सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

मई, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Chabi aur Sher ki sawari Hindi story

नौगढ़ के राजा सुरेंद्र सिंह के लड़के वीरेंद्र सिंह की शादी विजयगढ़ के महाराज जयसिंह की लड़की चंद्रकांता के साथ हो गई । बारात वाले दिन तेज सिंह की आखिरी दिल्लगी के सबब चुनार के महाराजा शिवदत्त को मसालची बनना पड़ा। बहुत तो की यह लड़ाई हुई कि महाराज शिवदत्त का दिल अभी तक साफ नहीं हुआ है इसीलिए अब उनको कैद ही में रखना मुनासिब है। लेकिन महाराज सुरेंद्र सिंह ने कहा कि "महाराज शिवदत्त को हम छोड़ चुके हैं, इस वक्त जो तेज सिंह से उनकी लड़ाई है वह हमारे साथ में रखने का सवाल नहीं हो सकता । अगर अब भी यह हमारे साथ दुश्मनी रखेंगे तो क्या हर्ज है, यह भी मर्द है और हम भी मर्द है, देखा जाएगा।" शादी के थोड़े ही दिन बाद बड़ी धूमधाम के साथ कुंवर वीरेंद्र सिंह चुनार की गद्दी पर बैठ गए और कुंवार छोड़ राजा कहलाने लगे। सुरेंद्रसिंह अपने लड़के को आंखों के सामने से हटाना नहीं चाहते थे, लाचार नौगढ़ की गति फतेह सिंह के सुपुर्द कर वह भी चुनार ही रहने लगे, मगर राज्य का काम बिल्कुल वीरेंद्र सिंह के जिम्मे था, जहां कभी-कभी राय दे देते थे। शादी के 2 बरस बाद चंद्रकांता को लड़का पैदा हुआ। इसके

Haso chutkula

एक लड़का क्लास में लड़की को रोज चुपके चुपके देखता करता था। 1 दिन लड़का बोला : आई लव यू❤️। लड़की: अगर मैं भी I Love you💓  बोलो तो तुम को कैसा लगेगा ?🤣 लड़का: जानू मैं तो  khushi से मर जाऊंगा। 🧖Ladki badi chalak nikli🤣 तिरछी नजर घुमा कर बोली जा नहीं बोलती, Jee le apni Zindagi. 🤣🤣 Ek bhakt ki tapasya se Khush hokar Prabhu bole बोल बच्चा क्या चाहिए ? भक्त बोला : प्रभु धरती से आसमान तक सड़क बना दो Prabhu : mushkil hai, कोई और वर मांगो। Bhakt: प्रभु पत्नियों को समझदार सुशील और शांत बना दो प्रभु : sadak single banao ya double. सरकार ने फरमान जारी किया। Chalak purush ho ya stree टू व्हीलर चलाते समय हेलमेट पहनना जरूरी😂 Yeah khabar sunkar patni ne almari kholi aur boli, हे भगवान आप इतने सारे मैचिंग के हेलमेट खरीदने पड़ेंगे.....🤣 Yasmin kar pati ne एक्टिवा ही बेच दी।😆😀

Marna humara jansidh Adhikar hai

अब इलेक्ट्रिक श्मशान का जमाना आ गया है। क्या ठाटदार श्मशान बने हैं । इलेक्ट्रॉनिक चाइनीस भट्टी।  इधर रिमोट कंट्रोल दबाया उधर मुर्दा खल्लास। चीखने, चिल्लाने, रोने की कोई परेशानी भी नहीं। रोने वाले भी शमशान में ऑन रेंट उपलब्ध है।  श्मशान में शानदार बगीचा, बगीचे में शानदार फव्वारे। फव्वारे मैं शानदार संगीत, संगीत के साथ बजते तबले। वाह उस्ताद जवाब नहीं। ऐसी मरने की शानदार सुविधा। मन करता है साल में 4-5 तो बार मर ही जाए। श्मशान में किसी मुर्दे को जलते देखा नहीं कि इससे मन जल उठता है। काश! ईश्वर ने हमें भी मरने का ऐसा पवित्र मौका दिया होता। परंतु हाय रे! मरने की न्यूनतम सुविधा तक नहीं। पहले लोग भूखे पेट भरकर मजे से शमशान का फायदा उठाते। लेकिन सरकार ने यह सुविधा भी छीन ली। लोगों को जबरन गुलाब जामुन और जलेबी बनाने लग गई। भूखे पेट मरने पर पूर्ण प्रतिबंध लग गया। वरना खाली पेट मरने का आनंद ही कुछ और था। खाली पेट हल्का मुर्दा, फूल - सा। अर्थी ढोने वाले भी मुर्दे को दुआएं देते। उछलते कूदते उसे श्मशान ले जाते सरकार ने मरने की सुविधा चीन का गरीबों का हक मार दिया । पहले

Khud se ruthe hai hum log

खुद से रूठे हैं हम लोग टूटे-फूटे हैं हम लोग सत्य चुराता आंखें हमसे इतने झूठे हैं हम लोग । इसे साध ले, उसे बांध ले सचमुच खूंटे हैं हम लोग क्या कर लेगी वे तलवारें जिनकी मूंठे हैं हम लोग। मय-ख्वारो की महफिल में खाली घूंटे हैं हम लोग हमें अजायबघर में रख दो बहुत अनूठी हैं हम लोग। हस्ताक्षर तो बन न सकेंगे सिर्फ अंगूठे हैं हम लोग। Khud se ruthe Hain hum log Tute phute Hain hum log Satyavrata aankhen humse Itne jhuthe Hain hum log. Ise Saath le, use baandh le Sachmuch ghoonte Hain hum log Kya kar legi wo talwaren Jinki moothe Hain hum log. Main khwaroon ki mehfil mein Khali ghooten Hain hum log Hamein Ajaaybaghar main Rakh do Bahut anuthe Hain hum log . Hastakshar Tu Ban na sakege Sirf anguthe Hain hum log . बुझ गई रोशनी बुझ गई रोशनी रफ्ता-रफ्ता खो गई हर खुशी रफ्ता-रफ्ता ढल गई शोख इशतिहारो में वक्त की  सादगी की रफ्ता-रफ्ता । मौत को हर लड़ाई में मारा पर हुई खुदकुशी रफ्ता-रफ्ता बेरुखी बेकली के जंगल में जा फंसा आदमी रफ्ता-रफ्ता । दोस्ती की हर तरह तू भी दिल में

हंसो 😀😄🤣 हंसो

मृत्यु के बाद भी, फेसबुक - व्हाट्सएप,मैसेज पढ़ना हो तो..... "नेत्रदान करें" "जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी...।" Mrityu ke baad bhi, Facebook WhatsApp message karna ho to.... "नेत्रदान Karen" "Zindagi ke saath bhi, Zindagi ke baad bhi..." अध्यापक: बहुवचन किसे कहते हैं? पप्पू: बहु अपने ससुराल वालों को खरी-खोटी सुनाती है, तो उसे बहुवचन कहते हैं। अध्यापक जी बेहोश होते-होते बच्चे। Teacher: bahuvachan kise kehte hain ? Pappu: jab bahu Apne sasural walo ko khari khoti sunati hai, to use bahuvachan kehte hain. Ek सत्संग ke dauran : संता प्रवचन करते हुए... Jo is janam mein Nar hai,  वह अगले जन्म में भी नही होगा और जो इस जन्म में नारी है, वह अगले जन्म में भी नारी हो होगी, Itne mein ek buddhi mahila utkarsh Jane lagi. Santa : कहां जा रही हो ऐसे उठकर ? बूढ़ी महिला : Jab agli janm main bhi rotiya hi banani hai to satsang sun kar kya fayda. मास्टर जी : अगर पृथ्वी के अंदर लावा है, Tu bahar kya hai ? Sanju : मास्टर जी बाहर ओप