new year shayari 2020 new year shayari 2020 दुल्हन बनी हुई हैं राहें जश्न मनाओ साल-ए-नौ के - साहिर लुधियानवी न कोई रंज का लम्हा किसी के पास आए ख़ुदा करे कि नया साल सब को रास आए - अज्ञात इक अजनबी के हाथ में दे कर हमारा हाथ लो साथ छोड़ने लगा आख़िर ये साल भी - हफ़ीज़ मेरठी अब के बार मिल के यूं साल-ए-नौ मनाएंगे रंजिशें भुला कर हम नफ़रतें मिटाएंगे - अज्ञात पुराने साल की ठिठुरी हुई परछाइयां सिमटीं नए दिन का नया सूरज उफ़ुक़ पर उठता आता है - अली सरदार जाफ़री हर साल नया साल है हर साल गया साल हम उड़ते हुए लम्हों की चौखट पे पड़े हैं - अख़्तर होशियारपुरी ये किस ने फ़ोन पे दी साल-ए-नौ की तहनियत मुझ को तमन्ना रक़्स करती है तख़य्युल गुनगुनाता है - अली सरदार जाफ़री यकुम जनवरी है नया साल है दिसम्बर में पूछूंगा क्या हाल है - अमीर क़ज़लबाश क्या होगा जब साल नया इक आएगा? जीवन-रेखा और ज़रा घट जाएगी - अज़ीज़ नबील पलट सी गई है ज़माने की काया नया साल आया नया साल आया - अख़्तर शीरानी