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Tum har baat par chutkula

१)पति : तुम हर बात पर हमेशा मेरा मेरा कहती हो, तुम्हें हमारा कहना चाहिए।
पत्नी : कुछ ढूंढ रही होती है अलमारी में ।
पति : क्या ढूंढ रही हो ?
पत्नी : हमारा पेटिकोट 藍


२) पत्नी (गुस्से में) : मैं घर छोड़ कर जा रही हूं।
पति (गुस्से में) : हां जान छोड़ो अब।
पत्नी : बस आपकी यही 'जान' कहने की आदत ना हमेशा मुझे रोक लेती है।


३) वर्मा जी वकील से : मुझे अपनी पत्नी से तलाक चाहिए,
वह पिछले कुछ महीने से मुझसे बात नहीं कर रही है।
वकील : एक बार अच्छी तरह से सोच लो,
ऐसी पत्नी बार-बार नहीं मिलती ।藍





४) सोनू : मेरे साथ धोखा हुआ है ।
     मोनू :क्या हो गया ?
    सोनू : किसी ने मुझसे कहा कि पेड़ से हमें शीतल छाया मिलती है
   मोनू : हां तो यह तो सही है न ।
  सोनू : अरे 3 दिन से पेड़ के नीचे ठंडे में बैठा हूं ना शीतल आई ना छाया 藍



1) Pati : Tum har baat par hamesha mera mera Kahti ho,
tumhe hamara kehna chahie
Patni : kuch dhoond rahi Hoti hai almari mein
Pati : kya dhoond rahi ho ?
Patni : hamara petticoat .



2) Patni : (gusse mein) main Ghar chhod Kar ja rahi hoon
Pati : (gusse mein) haan Jaan chodo ab.
Patni : bas aap ki yahi Jaan kehne ki aadat na hamesha mujhe rok leti hai .


3) Verma ji vakil se : mujhe apni Patni se talak chahiye,
wah pichle 6 mahine se mujhse baat nahin kar rahi .
Vakil : ek baar acche Tarah se Soch lo,
aisi Patni baar baar Nahi milti


4) Sonu : mere sath dhokha hua hai.
Monu : kya ho Gaya ?
Sonu : Kisi ne mujhse kaha ki ped se hamein shital Chhaya milti hai.
Monu : ha to yeh To sahi hai na .
Sonu : are teen din se ped ke niche thand mein baitha hoon.
na sheetal aai na Chhaya. 藍




शायरी

हमें खुश रहने की अपनी ख्वाहिश को
अब नाकाम ही हो जाने दो ....
ना जाने क्यों यह गम ही रास आ रहा,
हमें इसी में डूब जाने दो....।



Ek Shayari

Hame Khush rehne ki Apne khwahish ko,
Ab nakaam hi ho Jane do....
Na jaane kyon ya gum Ek ras aa raha
Hamein esi mein doob jaane do .

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