मीना कुमारी की शायरी में 'तन्हाईयां' हैं, दर्द है और नाराज़गी है... - Meena Kumari Best Shayari Collection | Meena Kumari Shayari in Hindi - HindiShayariH
Meena Kumari best shayari collection.मीना कुमारी की शायरी में तन्हाईयां हैं, दर्द है और नाराज़गी है.... meena kumari life, meena kumari shayari, meena kumari shayari in hindi मीना कुमारी की शायरी चांद तन्हा है आसमां तन्हा दिल मिला है कहां कहां तन्हा बुझ गई आस, छुप गया तारा थरथराता रहा धुआं तन्हा ज़िन्दगी क्या इसी को कहते हैं जिस्म तन्हा है और जां तन्हा हमसफ़र कोई गर मिले भी कभी दोनों चलते रहें कहां तन्हा जलती बुझती सी रौशनी के पर, सिमटा सिमटा सा एक मकां तन्हा राह देखा करेगा सदियों तक छोड़ जाएंगे ये जहां तन्हा बैजू बावरा, परिणीता, साहिब बीवी और ग़ुलाम और पाकीज़ा जैसी फ़िल्मों में अपनी अदाकारी से हिंदी सिनेमा की 'ट्रेजडी क्वीन' का ख़िताब पाने वाली अभिनेत्री मीना कुमारी असल ज़िंदगी में भी हमेशा ग़मों और तक्लीफ़ों से दो चार रहीं। सिनेमा के पर्दे पर जहां उन्होंने किरदारों के दुखों को जिया, तो वहीं अपने दर्द के इज़हार करने के लिए मीना कुमारी ने शायरी का सहारा लिया। मीना कुमारी का एक बहुत दिलचस्प पहलू है कि वे अभिनेत्री के अलावा एक शायरा (कवयित्री) भी थीं। मीना कुमारी की शायरी