इस शुक्रवार को रिलीज हो रही फिल्म 'कमांडो 3' को मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स चैंपियन विद्युत जामवाल की अब तक सबसे बड़ी एक्शन फिल्म बताया जा रहा है। 'कमांडो' सीरीज की पिछली दो फिल्मों की सफलताओं ने फ्रेंचाइजी की तीसरी फिल्म का रास्ता खोला और फिल्म के निर्माता अभी से इसकी चौथी कड़ी की कहानी पर काम शुरू कर चुके हैं।
कमांडो और कमांडो 2 में दर्शक विद्युत जामवाल का जबरदस्त एक्शन देख चुके हैं, 'कमांडो 3' में विद्युत से आपने क्या नया करवाया है? इस फिल्म की शूटिंग शुरू होने से पहले विद्युत ने हॉलीवुड के चंद मशहूर निर्देशकों के साथ वर्कशॉप की। दर्शकों को इस बार विद्युत के ट्रेडमार्क एक्शन दांव तो देखने को मिलेंगे ही, इस बार उन्होंने अपनी तरफ से एक्शन की कुछ नई हरकतें ईजाद की हैं। इसके अलावा फिल्म की हीरोइन अदा शर्मा ने भी जबरदस्त एक्शन किया है। ऐसा एक्शन हिंदी सिनेमा में अब तक किसी हीरोइन कैमरे के सामने खुद नहीं किया है।
'कमांडो 3' को आप सामाजिक समरसता का नया संदेश बताते रहे हैं, इसको थोड़ा विस्तार से समझाएंगे? अयोध्या मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने से एक दिन पहले पूरे देश में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए। फैसले वाले दिन भी लोग बेचैन दिखे।
लेकिन, पूरे देश में कहीं भी कोई हंगामा नहीं हुआ। इसका श्रेय मैं कानून व्यवस्था के रखवालों को तो देता ही हूं, मैं इसके लिए देश की मुस्लिम आबादी को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। 'कमांडो 3' ये बताती है कि देश के 20-22 करोड़ मुसलमान देशभक्त मुसलमान हैं। जब भी किसी बाहरी ताकत का देश पर हमला होगा वह सीना तानकर सबसे आगे खड़े मिलेंगे।
हिंदी सिनेमा में पिछले कुछ सालों में देशप्रेम की अतिरंजना दिखी है, इसका देश के माहौल पर क्या कोई असर आप देखते हैं? मेरा ये मानना है कि सिनेमा को समाज के हिसाब से बदलते रहना चाहिए। समाज हर दौर में सिनेमा से एक हीरो चाहता है और हमारे समाज में हीरो कम होते जा रहे हैं।
जब मैं हीरो की बात करता हूं तो मैं उन लोगों की बात करता हूं जिनमें लोगों को कल की उम्मीदें और अपनी दिक्कतों का समाधान नजर आता है। गलती थोड़ी बहुत सिनेमा की इस लिहाज से भी है कि हमारा दृष्टिकोण पूरी बात नहीं देख पाता। अगर हम परमवीर चक्र विजेताओं विक्रम बत्रा, अरुण खेत्रपाल की बायोपिक बनाने का ऐलान करते हैं तो किसी न किसी को तो अब्दुल हमीद की बायोपिक भी जरूर बनानी चाहिए।
इस साल के मध्य में आपने एक साथ चार फिल्मों का ऐलान किया था, कमांडो 3 के बाद आगे की तैयारी क्या है? बतौर निर्माता मेरी बाकी दो फिल्मों पर काम जारी है। कहानियां तय की जा चुकी हैं। पटकथाओं पर काम जारी है। मैं जिस फिल्म का निर्देशन करना चाह रहा हूं, उसकी पटकथा का थोड़ा काम बाकी है।
इसके पूरा होते ही मैं अक्षय कुमार से मिलने वाला हूं। अक्षय के साथ मेरी ट्यूनिंग अच्छी रही है और मैं चाहता हूं कि अपने करियर के शीर्ष पर चल रहे अक्षय के साथ मैं जल्द ही एक और फिल्म शुरू करूं।
कमांडो और कमांडो 2 में दर्शक विद्युत जामवाल का जबरदस्त एक्शन देख चुके हैं, 'कमांडो 3' में विद्युत से आपने क्या नया करवाया है? इस फिल्म की शूटिंग शुरू होने से पहले विद्युत ने हॉलीवुड के चंद मशहूर निर्देशकों के साथ वर्कशॉप की। दर्शकों को इस बार विद्युत के ट्रेडमार्क एक्शन दांव तो देखने को मिलेंगे ही, इस बार उन्होंने अपनी तरफ से एक्शन की कुछ नई हरकतें ईजाद की हैं। इसके अलावा फिल्म की हीरोइन अदा शर्मा ने भी जबरदस्त एक्शन किया है। ऐसा एक्शन हिंदी सिनेमा में अब तक किसी हीरोइन कैमरे के सामने खुद नहीं किया है।
'कमांडो 3' को आप सामाजिक समरसता का नया संदेश बताते रहे हैं, इसको थोड़ा विस्तार से समझाएंगे? अयोध्या मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने से एक दिन पहले पूरे देश में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए। फैसले वाले दिन भी लोग बेचैन दिखे।
लेकिन, पूरे देश में कहीं भी कोई हंगामा नहीं हुआ। इसका श्रेय मैं कानून व्यवस्था के रखवालों को तो देता ही हूं, मैं इसके लिए देश की मुस्लिम आबादी को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। 'कमांडो 3' ये बताती है कि देश के 20-22 करोड़ मुसलमान देशभक्त मुसलमान हैं। जब भी किसी बाहरी ताकत का देश पर हमला होगा वह सीना तानकर सबसे आगे खड़े मिलेंगे।
हिंदी सिनेमा में पिछले कुछ सालों में देशप्रेम की अतिरंजना दिखी है, इसका देश के माहौल पर क्या कोई असर आप देखते हैं? मेरा ये मानना है कि सिनेमा को समाज के हिसाब से बदलते रहना चाहिए। समाज हर दौर में सिनेमा से एक हीरो चाहता है और हमारे समाज में हीरो कम होते जा रहे हैं।
जब मैं हीरो की बात करता हूं तो मैं उन लोगों की बात करता हूं जिनमें लोगों को कल की उम्मीदें और अपनी दिक्कतों का समाधान नजर आता है। गलती थोड़ी बहुत सिनेमा की इस लिहाज से भी है कि हमारा दृष्टिकोण पूरी बात नहीं देख पाता। अगर हम परमवीर चक्र विजेताओं विक्रम बत्रा, अरुण खेत्रपाल की बायोपिक बनाने का ऐलान करते हैं तो किसी न किसी को तो अब्दुल हमीद की बायोपिक भी जरूर बनानी चाहिए।
इस साल के मध्य में आपने एक साथ चार फिल्मों का ऐलान किया था, कमांडो 3 के बाद आगे की तैयारी क्या है? बतौर निर्माता मेरी बाकी दो फिल्मों पर काम जारी है। कहानियां तय की जा चुकी हैं। पटकथाओं पर काम जारी है। मैं जिस फिल्म का निर्देशन करना चाह रहा हूं, उसकी पटकथा का थोड़ा काम बाकी है।
इसके पूरा होते ही मैं अक्षय कुमार से मिलने वाला हूं। अक्षय के साथ मेरी ट्यूनिंग अच्छी रही है और मैं चाहता हूं कि अपने करियर के शीर्ष पर चल रहे अक्षय के साथ मैं जल्द ही एक और फिल्म शुरू करूं।