सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

गुजरे जमाने की ये पांच हसीनाएं अब लगने लगी हैं ऐसी, मीनाक्षी शेषाद्रि को तो पहचानना हो रहा मुश्किल







हिंदी सिनेमा में कई ऐसी अभिनेत्रियां हैं जिनकी खूबसूरती के चर्चे उनकी फिल्मों से ज्यादा हुए। एक समय में चर्चा में रहने वालीं ये अभिनेत्रियां अब लाइमलाइट से दूर हैं और अपनी लाइफ एन्जॉय कर रही हैं। इनका लुक भी पहले से काफी बदल गया है। ऐसे में बात करेंगे उन पुरानी एक्ट्रेस की जो एक समय में बॉलीवुड की पहचान हुआ करती थीं और अब उन्हें पहचानना भी मुश्किल है।


फराह नाज
अपनी खूबसूरती और अदाकारी से बॉलीवुड पर राज करने वाली फराह नाज ने अपने करियर में कई हिट फिल्में दीं, लेकिन करियर के पीक पर शादी करके वो अचानक गायब हो गईं। बिंदू दारा सिंह के बाद फराह ने अभिनेता सुमीत सहगल से शादी कर ली। फराह मुंबई में अपने पति और बेटे के साथ रहती हैं। फराह पहले से काफी बदल चुकी हैं। उनकी तस्वीरों को देख आप अंदाजा लगा सकते हैं।



जयाप्रदा
अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री जया प्रदा का असली नाम ललिता रानी है। फिल्मों में आने के बाद जैसे कई कलाकारों के नाम बदलते हैं वैसे ही ललिता रानी जया प्रदा हो गईं। जया के फिल्मी करियर की शुरुआत तेलुगू फिल्म 'भूमिकोसम' से हुई। 1986 में जब जया का करियर पीक पर था जया प्रदा ने निर्माता श्रीकांत नाहटा से शादी कर ली। शादी के बाद भी जया अकेली ही रहती हैं। जया प्रदा अब भाजपा नेता हैं।


सलमा आगा
बॉलीवुड की सुपर-डुपर हिट फिल्म 'निकाह' से बतौर एक्ट्रेस और प्लेबैक सिंगर मशहूर हुईं पाकिस्तानी मूल की अदाकारा सलमा आगा अब पूरी तरह से बदल चुकी हैं। निकाह के बाद उन्होंने हिंदी ही नहीं तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में भी काम किया। सलमा की पहली ही फिल्म 'निकाह' पर काफी कॉन्ट्रोवर्सी हुई थी।


मीनाक्षी शेषाद्रि
मीनाक्षी शेषाद्रि 90 के दशक की सुपरहिट एक्ट्रेस में से एक हैं। अपनी अदाकारी और खूबसूरती के बल पर उन्होंने खूब नाम कमाया लेकिन इतनी ऊंचाईयों तक पहुंचने के बाद मीनाक्षी ने अचानक फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया। मीनाक्षी शेषाद्रि अब 55 साल की हो गईं है और फिल्मों से दूर अपनी जिंदगी बिता रही हैं। मीनाक्षी फिलहाल टेक्सास में पति और बच्चों के साथ रहती हैं। मीनाक्षी के लुक में पहले की अपेक्षा काफी बदलाव आया है।


रीना रॉय
बॉलीवुड में 46 साल तक रीना रॉय (Reena Roy) ने राज किया। यह हिंदी सिनेमाजगत की ऐसी एक्ट्रेस हैं जिन्होंने लीड रोल से लेकर मां तक के सभी किरदारों को बड़ी स्क्रीन पर बखूबी निखाया। यहां तक कि उनका नाम अपने समय में हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस की लिस्ट में भी शुमार है। रीना राय को फिल्मों से दूरी बनाए हुए 18 साल हो चुके हैं। पहली फिल्म से लेकर अब तक के लुक में रीना रॉय के काफी बदलाव आया।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही