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Bhootiya Bus Hindi Kahani पढ़िए हिंदी कहानी भूतिया बस ( भाग 1 )



















Bhootiya Bus Hindi Kahani पढ़िए हिंदी कहानी  भूतिया बस ( भाग 1 )

अमीत ओर नेहा रात के वक्‍त दूसरे शहर की ओर जा रहे थे। कई साल के प्रेम संबंध के बाद उन्होंने कुछ महीनों पहले ही शादी कर ली थी। दोनो एक ही ऑफिस में साथ काम करते थे....वहीं से उनका प्रेम संबंध शुरू हुआ था।


ओ अमीत तुम कितने पागल हो (तुम्हे पता था हमे जरूरी प्रोजेक्ट के बारे में क्लाइंट के ऑफिस जाना था। अगली सुबह ठीक 10 बजे हमे वहा जाना है ओर तुम्हारी वजह से हमारी ट्रेन छूट गई अब कार से जाना पढ़ रहा है।

डार्लिंग फिक्र मत करो हम वक़्त पे वहा पहोंच जायेगे(छ) |

दोस्त की पार्टी में पीने को क्या मिल गई...वक़्त पे आना ही भूल गए जनाब

अरे थोड़ीसी ही तो पी थी....अब जा रहे है ना शांत रहो (छ)

तुम्हारे पार्टी के चक्कर में ट्रेन छूट गई ना वरना जल्द पहोँंच जाते(छे अब कार से ज्यादा वक़्त लगेगा... डार्लिंग में हूं ना टाइम पे हम पहोंच जाएंगे &छे

अमीत गाना गुनगुनाने लगा सुहाना सफर ओर ये मौसम हसी हमे डर है हम खो ना जाए कहीं & 8 ..अमीत प्लीज गाना बंद करो..मेरा मूड खराब है...

अब मान भी जाओ ना माफ़ करदो...नेहा मुंह घुमाके बहार देखने लगी....तभी अमीत ने गाड़ी रुका दि...नेहा बोली अब क्या हुआ महाराज आपको [( ...जी बड़ा महत्वपूर्ण कार्य करने जाना है आपकी इजाजत हो तो जरा हल्का हो आऊ....नेहा बोली हा जनाब जाइए...

अमीत ने सामने देखा उसको एक ओर रास्ता वहा दिखाई दिया...जो जंगल की तरफ से जाता था। दहा एक बोर्ड भी था...वो उसके पास गया बोर्ड पे काफी धूल थी। उसने धूल हटाई ओर देखा फिर वो जल्द गाड़ी के पास आया और नेहा को बोला मेडम जी जल्द पहोचने का रास्ता मिल गया। नेहा बोली कोनसा रास्ता? अरे वो सामने देखो रास्ता हे..


दैसे मुझे जरा बताओ नेहा अभी शहर कितने किलोमीटर दूर है? नेहा बोली अभी हाईवे के बोर्ड पे देखा था करीब 200 किलोमीटर.... ओर मेने जो रास्ता अब देखा है उसपे सिर्फ 40 किलोमीटर लिखा है...मतलब उस रास्ते से जल्द पहोंच जायेगे ओर थोड़ा आराम कर के निकल सकेंगे...हा पर हाईवे से ही चलते है ना अमीत...वो रास्ता घने जंगल से जाता है...अरे तो क्या हुआ तुम्हे डर लगता हे क्या&) &छ)

डर की बात नहीं है अमीत पर अगर कुछ हुआ या कार खराब हुई तो क्या करेंगे। ओ नेहा तुम भी ना बचकानी बाते करती हो अब चलो चलते हे वहा से...नेहा बोली ठीक है चलो ओर दोनों उस घने जंगल के रास्ते मूड गए। अमीत कब से कार चला रहा था...नेहा ने उसे कहा देखो ना कहीं कोई घर या लाइट लगी हुई नहीं दिख रही...अरे डार्लिंग घना जंगल हे शायद कोई गांव आगे होगा ओर तुम क्यू इतनी फिक्र कर रही हो।

पता नहीं पर कुछ अजीब लग रहा है इस रास्ते पे... अमीत हस कर बोला हा हमे आगे अब भूत ओर चुडैल मिलेंगे..नेहा गुस्सा हुई...तुम ना दो प्रतिलिपि पर भूषण पाटील की हॉरर कहानियां पढ़ पढ़ के एसे भूतिया हो गए हो...मुझसे ना शादी कर के किसी चुडैल से ही कर लेते...हा खोजा तो था..पर तुमसे बड़ी वाली कोई नहीं मिली (छ (छ&। अमीत तुमको ना गाड़ी से फेंक टूंगी&।

तभी अचानक गाड़ी से जोर की आठाज अ>ई ओर गाड़ी रुक गईं...क्या हुआ अमीत? पता नहीं शायद कार में कुछ गडबड है..रुको में देखता हूं। अमीत कार के बहार निकलकर देखने लगा...अरे शीट कार के दो टायर फट चुके है। नेहा बोली तो स्टेपनी होंगी ना। अमीत ने मुंह टेढ़ा कर बोला नहीं है और होती भी तो एक ही काम आती दूसरी कहा से लाते। अमीत तुम ना गड़बड़ की दुकान हो...क्यू अ>ई में तुम्हारे साथ...अब क्या करेंगे इस घने जंगल में।

'
गुस्सा मत हो तुम कुछ करते है...नेहा भी कार से बहार आ गई...अमीत बोला यार इस रास्ते पे तो कोई और गाड़ी भी दिखाई नहीं दे रही... नाही कोई इंसान...हा ओर आओ जिद की थी ना इस रास्ते से आने की अब भुगतो नेहा गुस्से में बोली...अब केसे शहर पहोचेंगे..तभी सामने से अ.ई हुई तेज रोशनी ने उनका ध्यान अपनी तरफ खींचा...वो एक बस थी। अमीत बोला अरे वाह निकल पड़ी...वो बस धीरे धीरे उनके पास अ०ई..बस में ज्यादा रोशनी नहीं थी और ड़ाइवर भी हल्की रोशनी में बैठा था। उसका चेहरा अंधेरे में था पर बाकी शरीर दिखाई दे रहा था।

अमीत ने उसे पूछा ये बस कहा जा रही है? उसने कहा पास के बस स्टैंड जा रही है। अमीत ने नेहा की ओर देखा और बोला देखो अब हम इसमें चलते है वहा कोई मेकेनिक को ढूंढ़ उसको कार के बारे में बता के थोड़े ज्यादा पैसा दे के वहीं से दूसरी बस पकड़ के शहर चले जायेगे और दापस आते वक़्त कार ले जाएंगे। नेहा ने बस देखी दो बोली कितनी अजीब बस हे पुरानी सी...अमीत बोला क्या तुम भी.... मदद तो मिली ना अब चलो बैठ जाओ...हमे जल्द पहोचना है अगर प्रोजेक्ट मिल गया तो दोनों का भविष्य और अच्छा होगा कुछ मत सोचो चलो अब...

नेहा बोली ठीक है चलो...दोनो बस में बैठ गए पिछली सीट पर ओर बस चलने लगी...नेहा ने बस में नजर घुमाई देखो ना कितनी अजीब ढात है बस में सारी महिलाए है ओर सारी घुंगट डाले कैसे सो रही है। अमीत बोला हमे क्या इससे चुपचाप बैठी रहो। बस में सिर्फ हल्की रोशनी थी कि अचानक सारी लाइट जलने बुजने लगी और सारी महिलाए जोर से चिलाती हुई रोने लगी। अमीत और नेहा ये नज़ारा देख डर गए। अमीत ये क्या हो रहा है! पता नहीं नेहा कुछ समझ नहीं आ रहा...


तभी सारी महिलाए उठ खड़ी हुई और पीछे नेहा ओर अमीत की ओर घूमी...दोनो काफी डर गए...फिर धीरे धीरे सबका घुंगट उप्पर उठने लगा...सामने का भयानक नज़ारा देख दोनो ओर ज्यादा डर गए। उन्होंने देखा सारी महिलाओ का चेहरा बुरी तरह जला हुआ था और उनकी आंखो से रक्‍त बह रहा था...दो जोर जोर से रोती हुई उनके पास आ रही थी। अमीत बोला ड़ाइदर जल्द गाड़ी रोको...तभी ड़ाइवर की भयानक आवाज अ०ई...अब ये बस नहीं रुकेगी।

जेसे ही दो महिलाए पास अ&ई अमीत ने उठ के उनको रोकना चाहा पर एक महिला ने उसको पक्‍कड़ के बस के बाहर फैंक दिया और अमीत जोर से एक पेड़ से जाके टकराया...और फिर बेहोश हो गया। वो भूतिया बस नेहा को अपने साथ ले गई थी। अगली सुबह एक राहगीर ने अमीत को देखा और तुरंत अस्पताल ले गया। कुछ घंटो के बाद अमीत को होश आया।

दो चिल्लाने लगा नेहा...नेहा.कहा हो सामने उसने देखा एक आदमी और कुछ पुलिसवाले वहा खड़े थे। एक पुलिसदाले ने उससे पूछा आपको चोट केसे लगी और आप बेहोश क्यू हुए थे। अमीत ने सारी ढात उन्हें बताई पर पुलिसदालों को उसपे शक हुआ कि ये जूठ बोल रहा है ओर बकवास बाते कर रहा के....कुछ घंटो बाद रिपोर्ट अठई की अमीत ने थोड़ी शराब भी पी रखी थी (जो उसने दोस्त की पार्टी में पी थी)... पुलिसवालों को लगा शायद इसने ही उसकी पत्नी को कुछ किया होगा और यहां जूठ बोल रहा है।

क्या अमीत जेल से निकल पाएगा? नेहा को दो बस कहा ले गई होगी? उस भूतिया बस का राज क्या था? अमीत नेहा को बचा पाएगा? इसका अगला भाग जल्द प्रकाशित किया जाएगा। आपकी सुंदर प्रतिक्रिया जरूर इस कहानी पे दे। इसका अगला भाग आए ये आपको पता चले इसीलिए मुझे जरूर फोलो कर दे धन्यवाद।।

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