सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

आलिया-रणवीर की 'गली ब्वॉय' ने जीते 12 अवॉर्ड, देखें विजेताओं की पूरी लिस्ट 2020: Filmfare Awards,In Guwahati Know About All Awards, Filmfare Awards 2020:




2020: Filmfare Awards,In Guwahati Know About All Awards,




2020: Filmfare Awards: बॉलीवुड के सबसे चर्चित फिल्मफेयर अवॉर्ड्स नाइट का आयोजन शनिवार को हुआ। ये 65वां फिल्मफेयर अवॉर्ड्स है। खास बात ये है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि फिल्मफेयर का आयोजन मुंबई से बाहर किया गया। 65वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स का आयोजन गुवाहाटी में किया गया। इस मौके पर बॉलीवुड की हस्तियों ने शिरकत की। इस अवॉर्ड्स शो का आयोजन गुवाहाटी के इंदिरा गांधी ऐथलेटिक्स स्टेडियम में किया गया। 65वां फिल्मफेयर अवॉर्ड्स का प्रसारण 16 फरवरी की टीवी पर किया जाएगा।


65वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स का हिस्सा बनने के लिए बॉलीवुड से सभी सितारे एक दिन पहले ही गुवाहाटी पंहुच गए थे। इस आयोजन में शामिल होने वालों में  रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण, माधुरी दीक्षित, आलिया भट्ट, आयुष्मान खुराना, विक्की कौशल, कार्तिक आर्यन, सारा अली खान,अक्षय कुमार, करण जौहर, अनिल कपूर, रणबीर कपूर, इरफान खान,अनन्या पांडे, पूजा हेगड़े, मनीष मल्होत्रा, वाणी कपूर, रणवीर शौरी, श्रद्धा कपूर, टाइगर श्रॉफ, सान्या मल्होत्रा, उषा उत्थुप जैसे कलाकारों के नाम शामिल हैं।


2020: Filmfare Awards
2020: Filmfare Awards



2020: Filmfare Awards,In Guwahati
65वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स नाइट से जुड़े वीडियो और तस्वीरेें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। बात करें नॉमिनेशन्स की तो इस बार फिल्मफेयर के लिए मिशन मंगल ,उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक ,छिछोरे और गली बॉय फिल्मों के बीच कड़ी टक्कर है। वहीं सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवॉर्ड रणवीर सिंह ने अपने नाम किया तो सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री आलिया भट्ट बनीं। इन दोनों को ये अवॉर्ड 'गली ब्वॉय' फिल्म के लिए मिला। फिल्मफेयर अवॉर्ड में 'गली ब्वॉय' फिल्म नॉमिनेशन से लेकर विनर्स की लिस्ट में सबसे आगे रही। इस फिल्म को अलग-अलग कैटेगरी मे ंनॉमिनेशन मिले थे जिसमें से इस फिल्म ने 12 अवॉर्ड अपने नाम किए।

आपको बता दें कि अंग्रेजी मैग्जीन फिल्म फेयर की हर साल इस अवॉर्ड का आयोजन किया जाता है। इस अवॉर्ड की शुरुआत साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की स्थापना के साथ साल 1954 में हुई थी। फिल्मफेयर पुरस्कार की घोषणा और ज्यूरी के सदस्यों के मत के आधार पर दिए जाते हैं। पहले इस पुरस्कार समारोह का नाम ‘द क्लेयर्स’ था जो फिल्मों के आलोचक क्लेयर मेंदिनोचा के नाम पर आधारित था। 21 मार्च 1954 को हुए पहले पुरस्कार समारोह में सिर्फ पांच पुरस्कार रखे गए थे। अगली स्लाइड में जानें कि किसको मिला कौन सा पुरस्कार...




कैटेगरी
बेस्ट एक्टर मेल-  रणवीर सिंह (गली ब्वॉय)
बेस्ट एक्टर फीमेल- आलिया भट्ट (गली ब्वॉय)
बेस्ट एक्टर मेल क्रिटिक्स - आयुष्मान खुराना (ऑर्टिकल 15)     
बेस्ट एक्टर फीमेल क्रिटिक्स- भूमि पेडनेकर और तापसी पन्नू (सांड की आंख)           
बेस्ट डेब्यू डायरेक्टर-    आदित्य धर                (उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक)
बेस्ट डेब्यू एक्टर -       अभिमन्यु दासानी         (मर्द को दर्द नहीं होता)
बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस -      अनन्या पांडे               (स्टूडेंट ऑफ दि ईयर 2)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर-     सिद्धांत चतुर्वेदी          (गली ब्वॉय)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस-    अमृता सुभाष             (गली ब्वॉय)
बेस्ट प्लेबैक सिंगर (फीमेल)-   शिल्पा राव         (घुंघरू (वॉर)
बेस्ट प्लैकबैक सिंगर (मेल)-    अरिजीत सिंह     (कलंक नहीं) (फिल्म- कलंक)
बेस्ट लिरिक्स-    डिवाइन और अंकुर तिवारी      (अपना टाइम आएगा)  (फिल्म- गल्ली ब्वॉय)
बेस्ट वीएफएक्स-    शेरी भरदा एंड विशाल आनंद    (वॉर)
बेस्ट एक्शन-   पॉल जेनिंग्स, ओह सी यंग, परवेज शेख और फ्रैंज स्पिलहौस    (वॉर)
बेस्ट कोरियोग्राफी-    रेमो डिसूजा    घर मोरे परदेसिया (कलंक)
बेस्ट सिनेमैटोग्राफी-    जय ओजा    (गली ब्वॉय)
बेस्ट बैकग्राउंड स्कोर-    कर्ष काले और द सालवेज ऑडियो कलेक्टिव    (गली ब्वॉय)
बेस्ट एडिटिंग-    शिवकुमार वी पणिक्कर    (उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक)
बेस्ट साउंड डिजाइन-    बिश्वदीप दीपक चटर्जी और निहार रंजन सामल   (उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक)
बेस्ट प्रोडक्शन डिजाइन-    सुजैन कैपलन मेर्वांजी    (वॉर)
बेस्ट कॉस्टयूम-    दिव्या गंभीर, निधि गंभीर    (सोनचिड़िया)
लाइफटाइम अचीवमेंट-    रमेश सिप्पी 
बेस्ट एक्ट्रेस (शॉर्ट फिल्म)-    सारा हाशमी   (बेबाक)
बेस्ट एक्टर (शॉर्ट फिल्म)-    राजेश शर्मा    (टिंडे)
बेस्ट एक्शन (शॉर्ट फिल्म)-   शाजिया इकबाल   (बेबाक)
बेस्ट नॉन फिक्शन (शॉर्ट फिल्म)-  अनंत नारायण महादेवन    (विलेज ऑफ़ अ लैसर गॉड)
पीपल च्वॉइस अवॉर्ड (बेस्ट शॉर्ट फिल्म)-    रोहित बापू काम्बले   (देशी)






filmfare awards 2020, filmfare awards 65th filmfare awards, फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2020, फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 65वां फिल्मफेयर अवॉर्ड्स

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे