Shayari Valentine Day 2020 : - Top love sher collection part-2 मशहूर शायरों के चुनिंदा कलाम, भाग-2 'मोहब्बत' पर
मशहूर शायरों के चुनिंदा कलाम, भाग-2 'मोहब्बत' पर
मुझे अब तुम से डर लगने लगा है
तुम्हें मुझ से मोहब्बत हो गई क्या
~जौन एलिया
तुम क्या जानो अपने आप से कितना मैं शर्मिंदा हूँ
छूट गया है साथ तुम्हारा और अभी तक ज़िंदा हूँ
~साग़र आज़मी
आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ हो
नज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है
~जाँ निसार अख़्तर
जिस की आँखों में कटी थीं सदियाँ
उस ने सदियों की जुदाई दी है
~गुलज़ार
इश्क़ का ज़ौक़-ए-नज़ारा मुफ़्त में बदनाम है
हुस्न ख़ुद बे-ताब है जल्वा दिखाने के लिए
~असरार-उल-हक़ मजाज़
तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से देखेगा
मगर वो आँखें हमारी कहाँ से लाएगा
~बशीर बद्र
तुम मेरे लिए अब कोई इल्ज़ाम न ढूँडो
चाहा था तुम्हें इक यही इल्ज़ाम बहुत है
~साहिर लुधियानवी
इश्क़ हो मोहब्बत हो प्यार हो कि चाहत हो
हम तो हर समुंदर के दरमियाँ में निकलेंगे
~अदीम हाशमी
तुम क्या जानो प्यार मोहब्बत इश्क़ निभाना क्या होता है
तुम क्या जानो रस्ता तकते उम्र बिताना क्या होता है
~कँवल मलिक
क्या इश्क़ सा है इश्क़ मोहब्बत सी मोहब्बत
बदलूँगा मैं इस दिल को बदल जाए तो अच्छा
~हातिम अली मेहर
साया है प्यार का न मोहब्बत की धूप है
दीवार के हिसार को घर कह दिया गया
~अंजुम इरफ़ानी
मेरी चाहत का दो-आलम में भरम रह जाए
तू मुझे मेरी मोहब्बत से प्यारा हो जा
~फ़ना बुलंदशहरी
शिकायत किस से कीजे हाए क्या उल्टा ज़माना है
बढ़ाया प्यार जब हम ने मोहब्बत यार ने कम की
~आग़ा शाएर क़ज़लबाश
प्यार मोहब्बत हमदर्दी के रिश्ते थे इंसानों में
दिल वालों को अब ये दुनिया ज़िंदाँ होती जाती है
~अहमद शाहिद ख़ाँ