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Corona|Virus Positive-Kanika Kapoor | कोरोना वायरस से संक्रमित कनिका कपूर

Corona|Virus Positive-Kanika Kapoor Third Fir Registered Against Her
Corona|Virus Positive-Kanika Kapoor Third Fir Registered Against Her


कोरोना वायरस से संक्रमित कनिका कपूर की और बढ़ी मुश्किलें, जानें अब क्या हुआ?





कनिका कपूर के कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें लखनऊ के एक अस्पताल में रखा गया है। लंदन से लौटने के बाद कनिका कई पार्टियों में गई थीं और उन्होंने कई लोगों से भी मुलाकात की थी। जिन लोगों ने कनिका से मुलाकात की थी उनमें कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां और नौकरशाह शामिल थे। हालांकि कनिका से मिलने वाले जिन लोगों की अभी तक जांच हुई है उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है। लेकिन इधर कनिका की कपूर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं।




शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कनिका कपूर के खिलाफ एक्शन लेने का आदेश दिया था। उसके बाद सीएमओ ने कनिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। ये मामला धारा 188, 269 और 270 की तहत दर्ज किया गया था। बिहार की एक अदालत में कनिका के खिलाफ दूसरी शिकायत दर्ज की गई। अब खबर है कि कनिका के खिलाफ तीसरी शिकायत भी दर्ज हो गई है। लापरवाही बरतने के चलते कनिका कपूर के खिलाफ दो और प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये शिकायत लखनऊ की हजरतगंज पुलिस स्टेशन और गोमती पुलिस स्टेशन दर्ज हुई हैं।




स्टार की तरह पेश आ रही हैं कनिका
एसजीपीजीआई अस्पताल की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि कनिका को यहां हर संभव सुविधाएं दी जा रही हैं, बावजूद इसके वो एक मरीज की तरह नहीं बल्कि एक स्टार की तरह व्यवहार कर रही हैं। पीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमान ने बीबीसी को बताया, "हमने अस्पताल में उन्हें सबसे अच्छी सुविधा उपलब्ध कराई है, उन्हें एअरकंडीशन रूम दिया गया है जिसमें अटैच टॉयलेट है। साफ-सफाई का हर समय ध्यान रखा जा रहा है। कमरे में टीवी भी लगा है।"


कानिका ने लगाया था आरोप


कानिका ने लगाया था आरोप
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कनिका ने कहा, 'मैं सुबह 11 बजे से यहां हूं और मुझे पानी पीने के लिए एक छोटी बोतल दी गई है। मुझे खाने के लिए केवल दो छोटे केले और एक नारंगी दिया गया है। मुझे बहुत भूख लगी है, मैंने वह दवा भी नहीं ली है जो अब तक लेनी चाहिए थी। मुझे बुखार है, मैंने उन्हें बताया लेकिन कोई नहीं आया। जो खाना मैं अपने साथ लाई थी, उसे ले लिया गया। मैं कुछ भी नहीं खा सकती। मुझे कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी है। मैं भूखी हूं, प्यासी हूं और यहां बहुत दुखी हूं। जब मैंने डॉक्टर से कमरा साफ करने के लिए कहा तो वो बोले कि ये तुम्हारा फाइव स्टार होटल नहीं है, जहां इस तरह के उपचार की उम्मीद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जानकारी न देने और बीमारी का खुलासा नहीं करने की वजह से अधिकारी मेरी खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने जा रहे हैं। मुझे इस तरह की धमकियां दी जा रही हैं। मेरे कमरे में धूल और मच्छर हैं। मेरे साथ यहां बुरा व्यवहार किया जा रहा है और ऐसा लगता है कि मैं जेल में हूं। वो ऐसा व्यवहार कर रहे हैं कि मानों मैं बिना किसी दोष के अपराधी हूं।'

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