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हिंदी कहानी टिप्स Tips Hindi kahani - Hindi shayari h


हिंदी कहानी टिप्स Tips Hindi kahani - Hindi shayari h
हिंदी कहानी टिप्स Tips Hindi kahani - Hindi shayari h 
संतोष श्रीवास्तव

टिप्स अमित ने लड़के को इशारे से बुलाते हुए कहा , " दो चाय और हां , चार समोसे और चार गुलाब जामुन भी पैक कर लाओ । "


सर्व करते हुए लड़के की नजरें गुलाब जामुन और समोसे की प्लेट पर थीं । “ सर चाय भी ले आऊं ? " " अभी नहीं , यह खाने के बाद । " अमित ने गुलाब जामुन चम्मच से काटते हुए कहा । लड़का आनन - फानन दूसरे ग्राहकों की ओर मुड़ गया । " तुमने लड़के की ओर देखा ।




उसकी आंखों में टेंशन थी । " " नजरें गड़ाए रहते हैं ये , तभी तो रेस्तरां का खाया हजम नहीं होता । " पत्नी रमा ने कहा । " गरीब है बेचारा । तभी तो यहां काम करता है । स्कूल जाने की उम्र है उसकी । " अमित ने लड़के को इशारे से बुलाते हुए कहा , " दो चाय और हां , चार समोसे और चार गुलाब जामुन भी पैक कर लाओ । " काउंटर पर बिल चुका कर अमित और रमा गाड़ी की ओर चल दिए । तभी लड़का दौड़ता आया , " सर आपका  पर्साल वहीं छूट गया ।





  ओ थैक्यू , तुम्हें सेठ नहीं खिलाता यह सब । " " नहीं सिर्फ पगार , कुछ टूट - फूट जाए तो पगार में से काट लेता है । " " क्यों करते हो यह काम ? पढ़ाई क्यों नहीं करते ? तुम्हारी तो पढ़ाई करने की उम्र है अभी ? " उसने अपनी आंखें रगड़कर पोछी । " मेरी बहन अस्पताल में है ।



उसी के लिए यह नौकरी पकड़ी है । अगर बाबू होते तो यह सब नहीं करना पड़ता । वह लकवा से पीड़ित मां और बहन के अस्पताल का और मेरी पढ़ाई का सब खर्चा उठाते , पर . . . " " चलो अमित क्या पता इसकी कहानी में कितना दम है ।




 नाहक टाइम वेस्ट करने से फायदा ? " रमा ने बेसब्र होकर कहा । अमित ने पार्सल जबरदस्ती लड़के के हाथ में थमाते हुए कहा , “ गॉड ब्लेस यू , इसे रख लो हमारी तरफ से । " " नहीं सर , मेरी ईमानदारी मत डिगाइए । ग्राहकों से टिप्स लेना मना है । "




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