सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Jokes Family Jokes Majedar husband wife jokes in hindi Chutkule Friendship Jokes Husband Wife Jokes In Hindi पढ़िए मजेदार जोक्स


Jokes  Family Jokes Majedar husband wife jokes in hindi Chutkule
Jokes  Family Jokes Majedar husband wife jokes in hindi Chutkule




                         Jokes in Hindi 
पत्नी – अजी सुनते हो , तुमको ऑफिस की फ़िक्र है घर की कोई फ़िक्र ही नहीं

पति – क्या हुआ ?

पत्नी – लगता है हमारी बेटी ने बाहर किसी से सेटिंग कर ली है

पति – तुमको कैसे पता ?

पत्नी – आज कल मोबाइल रिचार्ज के पैसे ही नहीं माँगती है ….
पति बेहोश





सोनू: एक बात कहूं?
मोनू: हां भाई बोल।
सोनू: अगर इसी तरह लॉकडाउन बढ़ता रहा तो...
मोनू: तो क्‍या?
सोनू: वैज्ञानिकों से पहले कोई पति ही कोरोना की वैक्सीन बना डालेगा। राजीव, मुंबई



जिंदगी ऐसे मोड़ पर ले आई है कि......
अब किसी मोड़ तक भी नहीं जा सकते। पप्पू, जयपुर



जिंदगी ऐसे मोड़ पर ले आई है कि......
अब किसी मोड़ तक भी नहीं जा सकते। पप्पू, जयपुर




पत्नियों को एक नई टेंशन हो गई है कि......
घर में रह-रहकर उनका पति उनसे ज्यादा गोरा हो गया है। वीरेंद्र, गाजियाबाद
Hindi Family Jokes




दिल के अरमां आंसुओं में बह गए.......
जिनकी शादी अप्रैल-मई में थी, वे कुंवारे रह गए। भारत, दिल्ली




इस साल जिन हाथों में हल्दी लगवाने का योग था......
उन हाथों में सैनिटाइजर लग रहा है।विशाल, लखनऊ







इस साल जिन हाथों में हल्दी लगवाने का योग था......
उन हाथों में सैनिटाइजर लग रहा है।विशाल, लखनऊ
Majedar husband wife jokes in hindi 







लॉकडाउन में वर्क फ्रॉम
बॉस: मैंने तुम्हें फोन किया था
तो तुम्हारी पत्नी ने बताया कि तुम खाना बना रहे हो।
तुमने कॉल बैक क्यों नहीं किया?...
पप्पू: सर, मैंने किया था। आपकी पत्नी ने बताया कि आप बर्तन धो रहे हैं। राकेश, कानपुर








लॉकडाउन में बहुत मसरूफ गुजर रही है जिंदगी......
मैं मोबाइल पर और मोबाइल चार्जिंग पर लगा रहता है।सुरेश, दिल्ली





राजू: आजकल घर में बैठे-बैठे क्या कर रहे हो?
पप्‍पू: एक्सपोर्ट-इंपोर्ट का बिजनस।
राजू: घर में बैठे-बैठे कैसे?
पप्‍पू: इस ग्रुप का पोस्ट उस ग्रुप में,
उस ग्रुप का पोस्ट इस ग्रुप में।आफताब, दिल्‍ली







बंटी: अगर कोरोना खत्‍म हो गया
तो जानते हो सबसे पहले क्‍या करूंगा।
रॉनी: क्‍या?बंटी: कोरोना खत्म हो गया तो
उसके बाद 2 महीने तक घर नहीं आऊंगा।रघु, मेरठ
Chutkule Friendship Jokes 





मैं उसको सैनिटाइजर भेजता रहा और......
वह किसी और के साथ क्वारंटीन हो गई।पप्पू, कानपुर





यह भी एक फैक्ट है
कि पत्नी कभी हार
स्वीकार नहीं करती......
वह हार तभी स्वीकार करती है
जब हार सोने का हो।जया, बरेली




एक पत्नी की व्यथा...
मेरे पतिदेव भी 'कौन बनेगा करोड़पति' के अमिताभ बच्चन
से कम नहीं हैं...

जब भी पैसा मांगो...

बोलते हैं- 'क्या करेंगी आप इतनी धनराशि का'...!!!






मां - बेटा क्या कर रहे हो?
.
बेटा - पढ़ रहा हूं मां..!
.
मां - शाबाश! क्या पढ़ रहे हो?
.
बेटा - आपकी होने वाली बहू के मैसेज!

फिर मां ने की थप्पड़ों की बरसात...








पति - अगर मुझे लॉटरी‬ लगी तो तुम क्या करोगी?
.
पत्नी - आधे पैसे लेकर हमेशा के लिए मायके चली जाऊंगी,
.मैं भी खुश और आप भी खुश..!
.
पति - 20 रुपये‬ की लगी है, ये लो 10 और निकल लो...!!!
Husband Wife Jokes In Hindi 







बच्चा (दुकानदार से) - अंकल मैगी दे दो।

दुकानदार - दो मिनट रूको..!

बच्चा -अंकल बनी हुई नहीं चाहिए,
पैकेट दे दो, मैं खुद बना लूंगा...!!!








शक की इंतहा तो देखो...

पत्नी - तुम्हारी शर्ट में तो एक भी बाल नहीं मिलता है!

पति - हां तो, क्या हुआ?

पत्नी - मैं पूछती हूं कौन है वो गंजी...!!!







जब एक बिजली के तार को...
.
दूसरे बिजली के तार से...
.
प्यार हो जाता है तो...
.
उसे 'Current Affairs' कहते हैं...!!!






मास्टर जी - तुम्हारे पास 10 आम हैं, उनमें से दो कोई और ले ले,
तो तुम्हारे पास कितने आम बचेंगे?

पप्पू - 10 आम... एक भी नहीं लेने दूंगा!

मास्टर जी - अगर कोई दो जबरदस्ती छीन ले तो कितने बचेंगे?

पप्पू - एक लाश और 10 आम...!!!

मास्टर जी बेहोश...








ये जो तुमलोग फेसबुक पर...
.
बिना ब्वॉयफ्रेंड वाली लड़की तलाश रहे हो ना...
.
.
'शास्त्रों' में इसे ही पत्थर से तेल निकालना कहा गया है...!!!







हर किसी की जिंदगी में...
.
लड़की का प्यार नहीं होता...
.
औरतों (पत्नी) का भी हो सकता है...!!!

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे