सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Oppo Ace 2 आज होगा लॉन्च, मिल सकते हैं शानदार फीचर्स Oppo Ace 2 Set To Launch Today


Oppo Ace 2 आज होगा लॉन्च, मिल सकते हैं शानदार फीचर्स Oppo Ace 2 Set To Launch Today
Oppo Ace 2 Set To Launch Today


चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ओप्पो (Oppo) आज ग्लोबल बाजार में ऐस 2 (Oppo Ace 2) स्मार्टफोन को लॉन्च करने वाली है। यूजर्स को ओप्पो ऐस 2 स्मार्टफोन में दमदार बैटरी, शानदार कैमरा और प्रोसेसर का सपोर्ट मिल सकता है। दिलचस्प बात यह है कि कंपनी ने अभी तक अगामी ऐस 2 स्मार्टफोन को लेकर एक भी विज्ञापन जारी नहीं किया है। तो आइए जानते हैं ओप्पो ऐस 2 की संभावित कीमत और स्पेसिफिकेशन के बारे में...



Oppo Ace 2 की संभावित स्पेसिफिकेशन 
लीक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी इस स्मार्टफोन में 6.5 इंच का डिस्प्ले देगी, जिसका टच सैंपलिंग रेट 180 हर्ट्ज का होगा। इसके साथ ही इस स्मार्टफोन में बेहतर परफॉर्मेंस के लिए लेटेस्ट क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 865 चिपसेट और 12 जीबी रैम का सपोर्ट दिया जा सकता है। वहीं, यह स्मार्टफोन एंड्रॉयड 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करेगा।




Oppo Ace 2 का कैमरा
यूजर्स को इस फोन के बैक पैनल में क्वाड कैमरा सेटअप मिल सकता है, जिसमें 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी लेंस, 8 मेगापिक्सल का सेंसर, 2 मेगापिक्सल का सेंसर और 2 मेगापिक्सल का सेंसर मौजूद होगा। लेकिन इस फोन के फ्रंट कैमरा की जानकारी नहीं मिली है। वहीं, दूसरी तरफ इस फोन में 65 वॉट फास्ट चार्जिंग फीचर के साथ 4,000 एमएएच की बैटरी मिलने की उम्मीद है।


Oppo Ace 2 की संभावित कीमत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी लेटेस्ट स्मार्टफोन ओप्पो ऐस 2 की कीमत प्रीमियम रेंज में रखेगी। हालांकि, इस स्मार्टफोन की असल कीमत और फीचर्स की जानकारी लॉन्चिंग के बाद ही मिलेगी।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे