सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Oppo Find X2 Lite स्मार्टफोन से उठा पर्दा, बैक पैनल में मिलेंगे चार कैमरे


Oppo Find X2 Lite स्मार्टफोन से उठा पर्दा, बैक पैनल में मिलेंगे चार कैमरे
Oppo Find X2 Lite स्मार्टफोन से उठा पर्दा, बैक पैनल में मिलेंगे चार कैमरे   


चीनी टेक कंपनी ओप्पो (Oppo) ने फाइंड एक्स2 सीरीज के लेटेस्ट स्मार्टफोन फाइंड एक्स2 लाइट (Oppo Find X2 Lite) को पुर्तगाल में लॉन्च कर दिया है। यूजर्स को लेटेस्ट ओप्पो फाइंड एक्स2 लाइट स्मार्टफोन में 5जी कनेक्टिविटी, दमदार प्रोसेसर और शानदार डिस्प्ले का सपोर्ट मिला है। इसके अलावा कंपनी ने इस स्मार्टफोन के बैक पैनल में चार कैमरे दिए हैं। हालांकि, कंपनी ने अभी तक फाइंड एक्स2 लाइट की भारत में लॉन्चिंग को लेकर आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है।



Oppo Find X2 Lite की कीमत
कंपनी ने ओप्पो फाइंड एक्स2 लाइट की कीमत का एलान नहीं किया है। हालांकि, कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया हैं कि इस स्मार्टफोन के 8 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट को बाजार में उतारा जाएगा और इसकी कीमत 40,000 रुपये के आसपास होगी।



Oppo Find X2 Lite की स्पेसिफिकेशन
फीचर्स की बात करें तो कंपनी ने इस स्मार्टफोन में 6.4 इंच का ओएलईडी फुल एचडी प्लस डिस्प्ले दिया है, जिसका रिफ्रेश रेट 60 हर्ट्ज है। इसके साथ ही स्क्रीन की सुरक्षा के लिए कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 भी दिया गया है। इसके अलावा यूजर्स को इस स्मार्टफोन में ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 765जी प्रोसेसर मिला है। वहीं, यह स्मार्टफोन एंड्रॉयड 10 पर आधारित कलर 7 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है।

Oppo Find X2 Lite का कैमरा
ओप्पो फाइंड एक्स2 लाइट क्वाड कैमरा सेटअप के साथ आता है, जिसमें 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी लेंस, 8 मेगापिक्सल का वाइंड एंगल लेस, 2 मेगापिक्सल का सेंसर और 2 मेगापिक्सल का लेंस मौजूद हैं। इसके अलावा इस फोन के फ्रंट में 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है।

Oppo Find X2 Lite की बैटरी 
कंपनी ने इस फोन में कनेक्टिविटी के लिए 5जी, वाई-फाई, जीपीएस, ब्लूटूथ और यूएसबी पोर्ट टाइप-सी जैसे फीचर्स दिए हैं। इसके अलावा यूजर्स को इस स्मार्टफोन में 4,025 एमएएच की बैटरी मिली है, जो 30 वॉट फास्ट चार्जिंग फीचर से लैस है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही