सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

You Must Try At Home, Traditional Desserts Recipe 'Baisakhi 2020' बैसाखी 2020: खुशियों के इस त्योहार पर बनाएं आटे की पिन्नी और मेवे की खीर


 खुशियों के इस त्योहार पर बनाएं आटे की पिन्नी और मेवे की खीर   इस  बैसाखी 2020 पर 


You Must Try At Home, Traditional Desserts Recipe 'Baisakhi 2020'
You Must Try At Home, Traditional Desserts Recipe 'Baisakhi 2020'  





सिख धर्म के लोगों के लिए बैसाखी एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस साल यह पर्व 13 अप्रैल यानी सोमवार को मनाया जाएगा।बैसाखी के त्योहार को सिख धर्म के लोग नववर्ष को तौर पर मनाते हैं। रबी की फसल कटने के बाद इस पर्व के माध्यम से खुशियां मनाई जाती हैं। इस मौके पर लोग अपने घरों में कई तरह के पकवान बनाते हैंं। बैसाखी पर मुंह मीठा करना तो बनता है। ऐसे में आज हम आपको कुछ खास पकवानों की रेसिपी बताएंगे, जिसे आप अपने घरों में भी आसानी से बना सकते हैं।





मावे की खीर के लिए जरूरी सामग्री

1 लीटर दूध
100 ग्राम चीनी
20 ग्राम काजू
20 ग्राम बादाम
2 से 4 पिस्ता
20 ग्राम किशमिश
20 ग्राम चिरौंजी
100 ग्राम मखाना
1 छोटा चम्मच इलायची पाउडर
आधा छोटा चम्मच केसर




मावे की खीर बनाने की विधि
सबसे पहले दूध को अच्छे से गर्म कर लें। अब इसमें सारे सूखे मेवे और मखाना डाल दें।
कुछ देर तक इन्हें पकने दें। ध्यान से थोड़ी-थोड़ी देर में खीर को चलाते रहें, जिससे दूध बर्तन से चिपके नहीं।
जब दूध उबलकर गाढ़ा हो जाए और तीन चौथाई रह जाए, तब इसमें चीनी मिलाएं और पांच मिनट तक पकाएं।
अब गैस बंद कर दें। इसमें इलायची पाउडर और केसर डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
आपकी खीर बनकर तैयार है। आप चाहे तो गर्म-गर्म सर्व करें या फिर फ्रिज में रखकर ठंडा सर्व करें।


बैसाखी 2020: खुशियों के इस त्योहार पर बनाएं आटे की पिन्नी और मेवे की खीर
Baisakhi 2020'




आटे की पीन्नी के लिए जरूरी सामग्री

1 कप गेहूं का आटा
1 कप घी
1/2 चम्मच इलायची पाउडर
1 कप पिसी चीनी
1/2 कप मेवा






आटे की पीन्नी बनाने की विधि
सबसे पहले एक पैन में घी गरम करें। घी पिघल जाने पर इसमें आटे को तब तक भूने जब तक वह भूरा न हो जाए।
अब आटे को ठंडा होने दें। जब आटा ठंडा हो जाए तो उसमें चीनी, इलायची पाउडर और सारे सूखे मेवे अच्छे से मिला दें।
तैयार आटे से छोटे-छोटे लड्डू बना लें। इन्हें पूरी तरह से ठंडा कर सर्व करें।







Vaisakhi, Vaisakhi 2020, vaisakhi 2020 date, why is celebrated vaisakhi, बैसाखी 2020, बैसाखी, baisakhi, baisakhi 2020, Food Photos, Latest Food Photographs, Food Images, Latest Food photos
बैसाखी 2020,

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे