सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Poco F2 Teaser Released Soon Launch Know Expected Price And Specifications टीजर हुआ जारी, जल्द हो सकता है लॉन्च

 टीजर हुआ जारी, जल्द हो सकता है लॉन्च
Poco F2 Teaser Released Soon 


स्मार्टफोन मेकर कंपनी पोको (Poco) अपने लेटेस्ट डिवाइस एफ 2 (Poco F2) को लॉन्च करने की तैयारी में है। कंपनी ने इस स्मार्टफोन को लेकर टीजर जारी किया है, जिसमें पोको वेकिंग अप लिखा है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक पोको एफ 2 की लॉन्चिंग तारीख की जानकारी साझा नहीं की है। इससे पहले भी इस स्मार्टफोन की कई रिपोर्ट्स लीक हुई थी, जिनसे संभावित कीमत और फीचर्स की जानकारी मिली थी।




ट्विटर पर जारी हुआ टीजर
कंपनी ने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्टर जारी किया है। इस पोस्टर में पोको वेकिंग अप लिखा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंपनी जल्द ही अगामी पोको एफ 2 स्मार्टफोन को बाजार में पेश करेगी।





पोको एफ 2 की संभावित स्पेसिफिकेशन
लीक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी पोको एफ2 में एचडी डिस्प्ले और 5जी कनेक्टिविटी का सपोर्ट देगी। इसके अलावा यूजर्स को इस स्मार्टफोन में लेटेस्ट प्रोसेसर और 8 जीबी रैम का सपोर्ट मिलने की उम्मीद है। वहीं, यह स्मार्टफोन एंड्रॉयड 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करेगा। हालांकि, अब तक बैटरी और कैमरे की जानकारी नहीं मिली है।




पोको एफ 2 की संभावित कीमत 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पोको एफ2 की कीमत मिड प्रीमियम रेंज में रखी जाएगी। हालांकि, इस स्मार्टफोन की कीमत और स्पेसिफिकेशन की जानकारी लॉन्चिंग कार्यक्रम के बाद ही मिलेगी।




पोको एफ 1 2018 में हुआ था लॉन्च
पोको ने शाओमी के साथ मिलकर पोको एफ1 को भारत में लॉन्च किया था। फीचर्स की बात करें तो इसमें 6.18 इंच की फुल एचडी प्लस डिस्प्ले मिलेगी जिसका आस्पेक्ट रेशियो 18.7:9 होगा। इसके अलावा फोन में डुअल सिम सपोर्ट, एंड्रॉयड ओरियो 8.1, स्नैपड्रैगन 845 प्रोसेसर, ग्राफिक्स के लिए एड्रेनो 630 जीपीयू, 6/8 जीबी रैम और 64/128 जीबी की स्टोरेज मिलेगी। इसके अलावा फोन में लिक्विड कूल कूलिंग सिस्टम और फिंगरप्रिंट सेंसर मिलेगा।


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

आज के टॉप 4 शेर (friday feeling best 4 sher collection)

आज के टॉप 4 शेर ऐ हिंदूओ मुसलमां आपस में इन दिनों तुम नफ़रत घटाए जाओ उल्फ़त बढ़ाए जाओ - लाल चन्द फ़लक मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा - अल्लामा इक़बाल उन का जो फ़र्ज़ है वो अहल-ए-सियासत जानें मेरा पैग़ाम मोहब्बत है जहां तक पहुंचे - जिगर मुरादाबादी हुआ है तुझ से बिछड़ने के बाद ये मा'लूम कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी - अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया कैफ़ी आज़मी इंसां की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद बशीर बद्र दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों वसीम बरेलवी आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है - वसीम बरेलवी मीर तक़ी मीर बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो ऐसा कुछ कर के चलो यां कि बहुत याद रहो - मीर तक़ी

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे