सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Hindi Wsapp Jokes and Gyan Very funny jokes in hindi shayarih



शराबी- क्या बताऊं डॉक्टर साब majedar jokes

हंसी का कोई मौसम नहीं होता । कोई खास पैमाना नहीं होता । आप भी अगर खुश रहना चाहते हैं , तो अपने परिवार और दोस्तों के साथ हंसते - खिलखिलाते रहिए । Hindi Whatsapp Jokes 


डॉक्टर - तुम गटर में कसागर गए ?
 शराबी- क्या बताऊं डॉक्टर साब ! 
बिना ढक्कन की खुली गटर को गलती से 
सोशल डिस्टेंसिंग का गोला समझ बैठा था ! 



 गर्मी तेज होने के बाद कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा ... 
यह तर्क ठीक वैसा ही सिद्ध हुआ , 
जैसे शादी के बाद लड़का सुधर जाएगा वाला ज्ञान !
 




पत्नी - सुनो जी , आज हमारी शादी को पांच साल पूरे हो गए ... 
पति- हां , तो दोबारा चुनाव होगा या फिर यही सरकार चलेगी ... 





2020 में आपके किसी दोस्तया 
रिश्तेदार के यहां शादी में यदि
 आपको निमंत्रण नहीं आता है , 
तो समझजाएं कि टॉप -50 लोगों में आपका नंबर नहीं आया है ।
 भ्रम से बाहर आएं और अपना व्यवहार सुधारें ।






वॉट्सएप जोक 

जिधर भी जाओ ... 
किस्से हैं शादी के पछतावे के ... !! 
कोई शादी कर के रो रहा है ... 
तो कोई करने के लिए रो रहा है ... !! 
कल एक शादीशुदा को उसका
 रिश्तेदार शादी का कार्ड देने आया , 
तो उसने सहज स्वभाव से पूछ लिया ...
 ' घटनास्थल कहां है .. ?




वॉट्सएप Funny जोक 
साल के अंत में मेरी हर गलती 
ये सोचकर माफ कर देना मेरे दोस्तों ...
 कि तुम कौन से शरीफ हो ?





वॉट्सएप ज्ञान
समझदार पत्नियों को समर्पित .. 
पति : डॉक्टर ने चाय फीकी पीने को 
पत्नी : अलग - अलग चाय नहीं बनाऊंगी । 
लड्डू खा कर पी लेना फीकी लगेगी । 
बताओ अब इसका कोई इलाज है ...




वॉट्सएप Hindi ज्ञान
 जीवन वे रंगमंच है ... 
दोस्तों जहां किरदार को खुद नहीं पता ... 
अगला दृष्य क्या है !








बेचारा आदमी...

जब दाढ़ी न आए तो दवाई ढूंढता है...

जब आ जाती है तो नाई ढूंढता है...

और...

जब सफेद हो जाती है तो डाई ढूंढता है...!!!





पत्नी - कहां जा रहे हो?  .
पति (गुस्से में) - मरने..! 
.
पत्नी - थैली लेकर जाना..! 
.
पति (हैरानी से) - वो किसलिए? 
.
.
पत्नी - इरादा बदल जाए तो आते समय 
दो किलो आलू लेते आना...!!! 

 






अगर बीवी अपनी साड़ी का पल्लू 
अपनी कमर में ठूंस ले तो समझ जाओ कि...
.
.
या तो वो घर का काम निपटाएगी...
.
या आपको...!!!

 






मां बाप ने खूब जतन से पढ़ाया... हमने भी जी जान से पढ़ाई की...

फिर भी...

आज भी ऑफिस में एंट्री...

अंगूठा लगाने पर ही मिलती है...!!!

 





आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है...

जिसके पंडाल में गर्म पोहा, समोसा जलेबी और 
अदरक वाली चाय मिले!

वरना ज्ञान तो अब ऑनलाइन भी उपलब्ध है...!!!


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे