सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

ओट्स से बनाएं, 4 नई ओट्स डिश, टेस्टी भी हेल्दी भी How To Make Oats, 4 Latest Oats Dish

ओट्स से बनाएं, 4 नई ओट्स डिश, टेस्टी भी हेल्दी भी
4 Latest Oats Dish


ओट्स कैसे बनाये हिंदी,   How to make oats in Hindi,4 लेटेस्ट ओट्स डिश, How to make oats, ४ latest oats dish ओट्स से बनाएं, 4 नई ओट्स डिश, टेस्टी भी हेल्दी भी  ओट्स बनाने का तरीका
एक बड़े बाउल में सारी सब्जियों, सौस व मसाले डाल कर अच्छी तरह मिक्स कर लें. फिर मूंगदाल मिलाएं. दलिया व पनीर मिक्स करें.


Usal Oates banane ka tarika

1. उसल ओट्स

 ओट्स सामग्री

– 1/2 कटोरी अरहर की दाल – 1/4 कटोरी चने की दाल – 1 कटोरी ओट्स – 1/4 छोटा चम्मच हलदी – 1/2 बड़ा चम्मच सांबर पाउडर – 1/2 कप इमली का पानी – 1/2 छोटा चम्मच लालमिर्च – 1 बड़ा चम्मच गाजर – 1 बड़ा चम्मच शिमलामिर्च बारीक कटी – 1 बड़ा चम्मच प्याज मोटा कटा – थोड़े से करीपत्ते – 1/2 छोटा चम्मच सरसों – 5-6 दाने काजू – 1 छोटा चम्मच देशी घी – थोड़ी सी धनियापत्ती कटी सजाने के लिए – नमक स्वादानुसार.

विधि

दोनों दालों को धो कर आवश्यकतानुसार पानी डाल कर हलदी व नमक मिला कर कुकर में पका लें. भाप निकलने पर कुकर खोल लें. ओट्स मिला कर धीमी आंच पर कुछ देर पकाएं. पानी कम लगे तो थोड़ा सा मिला दें. एक पैन में घी गरम कर काजू तल कर निकाल लें. अब इसी घी में करीपत्ते, सरसों व साबूत लालमिर्च डाल कर चटकाएं. सारी सब्जी डाल कर मुलायम होने तक पकाएं. इस तड़के को दाल ओट्स में मिला दें. कुछ देर पकाएं. डिश खिचड़ी की तरह गाढ़ी हो जाए तो आंच से उतार लें. एक छोटे पैन में घी गरम कर लालमिर्च डाल कर तड़का बनाएं. तैयार उसल में सांबर व इमली मिलाएं और फिर लालमिर्च का तड़का लगा दें. धनियापत्ती और तले काजुओं को सजा कर परोसें.

 

*
Oats Daliya pundig kaise banaye


2 ओट्स दलिया पुडिंग

सामग्री

– 1/2 कप ओट्स द्य 2 केले

– 1 बड़ा चम्मच दलिया

– 1/2 कप मिलाजुला मेवा

– 1 लिटर दूध द्य चीनी स्वादानुसार

– 1/2 छोटा चम्मच वैनिला ऐसैंस.

 

विधि

एक भारी पैंदे के पतीले में दूध, दलिया व ओट्स डाल कर पकाने के लिए रखें. उबाल आने पर आंच धीमी कर दें. पुडिंग के गाढ़ा होने तथा दलिया के गल जाने तक धीमी आंच पर पकाएं. केलों को मैश कर लें. जब पुडिंग तैयार हो जाए तो उस में चीनी मिला दें. आंच से उतार का मैश किया केला डाल कर अच्छी तरह मिक्स करें. मेवी और वैनिला ऐसैंस मिला कर मिक्स करें. पुडिंग को छोटीछोटी कटोरियों में सजाएं. मेवे से सजा कर चाहे तो ठंडा कर के या फिर सामान्य तापमान पर भी परोस सकती हैं.

*
Oats Dosa kaise bahaye in hindi




3 ओट्स डोसा

सामग्री

– 1/2 कप ओट्स पाउडर – 1/2 कप चावल का आटा – 1/2 कप गेहूं का आटा – 1/2 कप दही – पानी आवश्यकतानुसार – डोसे बनाने के लिए पर्याप्त औलिव औयल – नमक स्वादानुसार.

 

ओट्स डोसा बनाने की  विधि,

तीनों आटों को एक बड़े बाउल में मिलाएं. फिर नमक डाल कर मिलाएं. अब दही डाल दें. फिर पानी डाल कर घोल बना लें. घोल पकौड़ों के घोल जैसा होना चाहिए. अब इसे 5-6 घंटे या खमीर उठने तक ढक कर रख दें. मिश्रण तैयार हो जाए तो एक बार फिर अच्छी तरह मिक्स कर लें. नौनस्टिक पैन गरम कर उस पर कलछी की सहायता से तैयार घोल फैला कर डोसे का आकार दें. औलिव आयल डालें. एक ओर से पक जाने पर पलट कर दूसरी ओर से भी सुनहरा होने तक पका लें. चाहें तो ऐसे ही सर्व करें या फिर आलू की भरावन भर कर डोसे को दोहरा कर के परोसें.

*
How to make Oats Muffin in hindi




4. ओट्स मफिन

सामग्री

– 100 ग्राम ब्राउन शुगर –

150 ग्राम गेहूं का आटा –

2 अंडे –

1/2 छोटा चम्मच बेकिंग सोडा –

50 ग्राम चीनी या शहद –

50 ग्राम ओट्स –

1 छोटा चम्मच बेकिंग पाउडर –

1 छोटा चम्मच वैनिला ऐसैंस –

100 ग्राम दही –

थोड़े से चीको चिप्स – नमक स्वादानुसार.

ओट्स मफिन बनाने की विधि,

ओवन को 180 डिग्री पर गरम कर लें. फिर एक बड़े बरतन में सारी सामग्री 1-1 कर मिलाएं. उस के बाद 5-7 मिनट फेंट कर 1 चम्मच से मफिन टे्र में भरें. ऊपर चीको चिप्स लगाएं. गरम ओवन में 20-25 मिनट तक बेक कर लें. ठंडा होने पर सांचे से निकाल कर चाय के साथ परोसें.

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे