Raat Fa-Mous Shayari |
Raat Famous Shayari, Raat shayari, raat shayari in hindi,रात की शायरी इन हिंदी
चाँद शायरी २ लाइन,
ईद पर शायरी रेख़्ता,
हुस्न शायरी रेख़्ता,
प्यार भरी शायरी,
बहुत दिनों में मोहब्बत को ये हुआ मा'लूम
जो तेरे हिज्र में गुज़री वो रात रात हुई
- फ़िराक़ गोरखपुरी
जो तेरे हिज्र में गुज़री वो रात रात हुई
- फ़िराक़ गोरखपुरी
रात को जीत तो पाता नहीं लेकिन ये चराग़
कम से कम रात का नुक़सान बहुत करता है
- इरफ़ान सिद्दीक़ी
कम से कम रात का नुक़सान बहुत करता है
- इरफ़ान सिद्दीक़ी
ये सर्द रात ये आवारगी ये नींद का बोझ
हम अपने शहर में होते तो घर चले जाते
- उम्मीद फ़ाज़ली
हम अपने शहर में होते तो घर चले जाते
- उम्मीद फ़ाज़ली
उम्र भर की तल्ख़ बेदारी का सामाँ हो गईं
हाए वो रातें कि जो ख़्वाब-ए-परेशाँ हो गईं
- अख़्तर शीरानी
हाए वो रातें कि जो ख़्वाब-ए-परेशाँ हो गईं
- अख़्तर शीरानी
इक उम्र कट गई है तिरे इंतिज़ार में
ऐसे भी हैं कि कट न सकी जिन से एक रात
- फ़िराक़ गोरखपुरी
Thandi raat shayari hindi, रात शायरी 2 लाइन्स,
रात को रात हो के जाना था
ख़्वाब को ख़्वाब हो के देखते हैं
- अभिषेक शुक्ला
रेत पर रात ज़िंदगी लिक्खी
सुब्ह आ कर मिटा गईं लहरें
- मोहम्मद असदुल्लाह
ख़्वाब को ख़्वाब हो के देखते हैं
- अभिषेक शुक्ला
रेत पर रात ज़िंदगी लिक्खी
सुब्ह आ कर मिटा गईं लहरें
- मोहम्मद असदुल्लाह
Raat shayari 2 lines in hindi,
ऐ रात मुझे माँ की तरह गोद में ले ले
दिन भर की मशक़्क़त से बदन टूट रहा है
- तनवीर सिप्रा
ये तन्हा रात ये गहरी फ़ज़ाएँ
उसे ढूँडें कि उस को भूल जाएँ
- अहमद मुश्ताक़
दिन भर की मशक़्क़त से बदन टूट रहा है
- तनवीर सिप्रा
ये तन्हा रात ये गहरी फ़ज़ाएँ
उसे ढूँडें कि उस को भूल जाएँ
- अहमद मुश्ताक़
Raat shayari in hindi,
मिरी नज़र में वही मोहनी सी मूरत है
ये रात हिज्र की है फिर भी ख़ूब-सूरत है
- ख़लील-उर-रहमान आज़मी
हिचकियाँ रात दर्द तन्हाई
आ भी जाओ तसल्लियाँ दे दो
- नासिर जौनपुरी
चाँद शायरी 2 लाइन
आसमान से उतारी है,तारों से सजाई है चाँद की चाँदनी से नहलायी है
ऐ दोस्त ज़रा संभाल कररखना यह दोस्ती यही तो हमारी ज़िंदगी भर की कमाई है
चाँद की ज़रूरत हैं जैसे चाँदनी के लिए
बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए ।
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आसमान से उतारी है,तारों से सजाई है चाँद की चाँदनी से नहलायी है
ऐ दोस्त ज़रा संभाल कररखना यह दोस्ती यही तो हमारी ज़िंदगी भर की कमाई है
चाँद की ज़रूरत हैं जैसे चाँदनी के लिए
बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए ।
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Hindi chandni shayari,
ठिठुरते फ़लक पर कंपकपाते दो नैना और गुदाज़ हाथों की हरारत से हर शब पिघलता चाँद…
कितना मीठा रिश्ता है दिसम्बर की सर्द चाँदनी रातों से !
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Best hindi chand shayari,
हम को निगल सकें ये अंधेरों में दम कहाँ
जब चाँदनी से अपनी मुलाक़ात हो गई
कभी चुप चाप तारीकी की चादर ओढ़ लेती है
कभी वो झील शब भर चाँदनी से बात करती है
Chand Shayari
क्या ज़रूरी है हर रात को चाँद तुमको मिले …
जुगनुओ से नीस्बत रखो चाँदनी का भरोसा नही..
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चाँद की चाँदनी हो तुम.. तारो की रोशनी हो तुम..
सुबह की लाली हो तुम… मेरे दिल में बसी हुई एक आशिक़ी हो तुम
Famous chand shayari
किसे ख़बर थी बढ़ेगी कुछ और तारीकी…
छुपेगा वो किसी बदली में चाँदनी की तरह!
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बरस पड़ी थी जो रुख़ से नक़ाब उठाने में
वो चाँदनी है अभी तक मेरे ग़रीब-ख़ाने में
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