सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Redmi 9 Pro price in India, Redmi 9 Flipkart रेडमी नोट 9

रेडमी नोट 9
रेडमी नोट 9


 
     Redmi 9 launch date in India
    रेडमी 9 स्मार्टफोन दो नए रैम वेरिएंट हुए लॉन्च
    यूजर्स को दोनों वेरिएंट में मिलेगी 128 जीबी स्टोरेज
    शुरुआती कीमत 999 चीनी युआन (करीब 1,100 रुपये)

 
स्मार्टफोन निर्माता कंपनी शाओमी (Xiaomi) ने अपने लेटेस्ट डिवाइस रेडमी 9 (Redmi 9) के दो नए रैम वेरिएंट चीन में लॉन्च कर दिए हैं। इस स्मार्टफोन के 4 जीबी रैम + 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट और 6 जीबी + 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट को घरेलू बाजार में उतारा गया है, जबकि इसका 4 जीबी रैम + 64 जीबी स्टोरेज वाला मॉडल चीन में पहले से मौजूद है। आपको बता दें कि कंपनी ने रेडमी 9 स्मार्टफोन को सबसे पहले यूरोप में पेश किया था।





Redmi 9 की कीमत
कंपनी ने रेडमी 9 स्मार्टफोन के 4 जीबी रैम + 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 999 चीनी युआन (करीब 1,100 रुपये) और 6 जीबी + 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट की कीमत चीनी युआन 1,199 (करीब 13,000 रुपये) है, जबकि इसके पहले से मौजूद 4 जीबी रैम + 64 जीबी स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 799 चीनी युआन (करीब 8,500 रुपये) है। वहीं, इस स्मार्टफोन को कार्बन ब्लैक, Mordecin, Neon ब्लू और Lotus Root Powder कलर ऑप्शन में खरीदा जा सकता है।




Redmi 9 की स्पेसिफिकेशन
रेडमी 9 स्मार्टफोन में 6.53 इंच का फुल एचडी प्लस डिस्प्ले है, जिसका रिजॉल्यूशन 1,080x2,340 पिक्सल है। इस स्मार्टफोन में 2 गीगाहर्ट्ज का मीडियाटेक हिलियो जी80 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर दिया गया है। वहीं, यह स्मार्टफोन एंड्रॉयड 10 आधारित एमआईयूआई 11 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है।





Redmi 9 का कैमरा
यूजर्स को रेडमी 9 स्मार्टफोन में क्वाड कैमरा सेटअप मिला है, जिसमें 13 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर, 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस, 5 मेगापिक्सल का मैक्रो लेंस और 2 मेगापिक्सल का डेप्थ सेंसर मौजूद है। इसके अलावा इस स्मार्टफोन के फ्रंट में 8 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है।





Redmi 9 की बैटरी
शाओमी ने इस स्मार्टफोन में डुअल सिम, 4G VoLTE, वाई-फाई, जीपीएस, ब्लूटूथ वर्जन 5, एनएफसी, जीपीएस, 3.5 एमएम हेडफोन जैक और यूएसबी पोर्ट टाइप-सी जैसे फीचर्स दिए हैं। इसके साथ ही यूजर्स इस स्मार्टफोन में 18 वॉट क्विक चार्ज के साथ 5,020 एमएएच की बैटरी मिली है। वहीं, रेडमी 9 स्मार्टफोन का वजन 198 ग्राम है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं. ...

आज के टॉप 4 शेर (friday feeling best 4 sher collection)

आज के टॉप 4 शेर ऐ हिंदूओ मुसलमां आपस में इन दिनों तुम नफ़रत घटाए जाओ उल्फ़त बढ़ाए जाओ - लाल चन्द फ़लक मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा - अल्लामा इक़बाल उन का जो फ़र्ज़ है वो अहल-ए-सियासत जानें मेरा पैग़ाम मोहब्बत है जहां तक पहुंचे - जिगर मुरादाबादी हुआ है तुझ से बिछड़ने के बाद ये मा'लूम कि तू नहीं था तिरे साथ एक दुनिया थी - अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया कैफ़ी आज़मी इंसां की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद बशीर बद्र दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों वसीम बरेलवी आसमां इतनी बुलंदी पे जो इतराता है भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है - वसीम बरेलवी मीर तक़ी मीर बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहो ऐसा कुछ कर के चलो यां कि बहुत याद रहो - मीर तक़ी...

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे...