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दिल से कुछ ज्ञान की बाते Dil Se Kuch Gyan Ki Baat


दिल से कुछ ज्ञान की बाते  Dil Se Kuch Gyan Ki Baat
Gyan Ki Baat 


दिल से कुछ ज्ञान की बाते  Dil Se Kuch Gyan Ki Baat 



जिंदगी

 किसी ने पूछा कि उम्र और जिंदगी में आखिर क्या फर्क है । जवाब मिला जो अपनों के बिना बीती वो ' उम्र और जो अपनों के साथ बीती वो ' जिन्दगी ' ।




व्हॉट्सएप ज्ञान

 जिंदगी सिर्फ एक मिलती है .... बिल्कुल गलत सिर्फ मौत एक बार मिलती है , जिंदगी हर रोज मिलती है ।




  इम्तिहान
   इम्तिहान स्कूल छूट जाते हैं इम्तिहान कहां खत्म हो जाते हैं 










परिपक्वता
 परिपक्वता इसमें नहीं कि आप कितना जानते हैं या कितने शिक्षित हैं । बल्कि इसमें है कि आप किसी जटिल स्थिति से शांति से निपटने में कितने सक्षम हैं । 
लमनजीत धीमान




2 line shayari व्हॉट्सएप शायरी



 

आइना होती है ये जिंदगी 
तू मुस्कुरा वो भी मुस्कुरा देगी ।



 


Kuch majedar hasi ke liye



 व्हॉट्सएप जोक

 पहली महिला- बहन आपने राजू बेटे का उंगली चूसना कैसे छुड़ाया ?
 दूसरी महिला - कुछ खास नहीं उसकी नेकर ढीली सिल दी है , वह उसे ही पकड़े रहता है ।














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एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

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