anjum rehbar poetry |
Anjum Rahbar Shayari Collection मशहूर शायरा अंजुम रहबर की चुनिंदा शायरी Anjum rehbar sher anjum rehbar shayari, anjum rehbar famous sher anjum rehbar poetry अंजुम रहबर की शायरी, अंजुम रहबर की शेरो शायरी अंजुम रहबर शायरी अंजुम रहबर का मुशायरा अंजुम रहबर का गीत anjum rehbar mushairo 2020
मैंने ये सोचकर दे दिया दिल उसे
दिल किसी का दुखाना नहीं चाहिए
मिलना था इत्तेफ़ाक बिछड़ना नसीब था
वो इतनी दूर हो गया जितने क़रीब था
anjum rehbar famous sher
दफ़्ना दिया गया मुझे चांदी की कब्र में
मैं जिसको चाहती थी वो लड़का ग़रीब था
अंजुम मैं जीतकर भी यही सोचती रही
जो हार कर गया है बहुत ख़ुशनसीब था
anjum rehbar poetry | अंजुम रहबर का मुशायरो
मुहब्बतों का सलीका सिखा दिया मैंने
तेरे बग़ैर भी जीकर दिखा दिया मैंने
जहां सजा के मैं रखती थी तेरी तस्वीरें
अब उस मकान में ताला लगा दिया मैंने
कैसी ज़मीन, कैसी डगर कैसा लगा है
मैं साथ नहीं हूं तो सफ़र कैसा लगा है
best anjum rehbar shayari
ख़ामोश हैं लब चुप है नज़र याद नहीं है
कुछ आपसे कहना है मगर याद नहीं है
ये अभी और हंसी और सुहाना होगा
न हुआ है न कभी प्यार पुराना होगा
है तआल्लुक तो अना छोड़नी होगी एक दिन
तुझसे रूठी हूं तुझे आके मनाना होगा