Best Shayari Collection on Yearsend Par साल के अंत की सबसे अच्छी शायरी
पिछला बरस तो ख़ून रुला कर गुज़र गया
क्या गुल खिलाएगा ये नया साल दोस्तो
- फ़ारूक़ इंजीनियर
क्या गुल खिलाएगा ये नया साल दोस्तो
- फ़ारूक़ इंजीनियर
इक साल गया इक साल नया है आने को
पर वक़्त का अब भी होश नहीं दीवाने को
- इब्न-ए-इंशा
न शब ओ रोज़ ही बदले हैं न हाल अच्छा है
किस बरहमन ने कहा था कि ये साल अच्छा है
- अहमद फ़राज़
तू नया है तो दिखा सुब्ह नई शाम नई
वर्ना इन आँखों ने देखे हैं नए साल कई
- फ़ैज़ लुधियानवी
देखिए पाते हैं उश्शाक़ बुतों से क्या फ़ैज़
इक बरहमन ने कहा है कि ये साल अच्छा है
- मिर्ज़ा ग़ालिब
फिर नए साल की सरहद पे खड़े हैं हम लोग
राख हो जाएगा ये साल भी हैरत कैसी
- अज़ीज़ नबील
एक लम्हा लौट कर आया नहीं
ये बरस भी राएगाँ रुख़्सत हुआ
- इनाम नदीम
गुज़िश्ता साल कोई मस्लहत रही होगी
गुज़िश्ता साल के सुख अब के साल दे मौला
- लियाक़त अली आसिम
इस गए साल बड़े ज़ुल्म हुए हैं मुझ पर
ऐ नए साल मसीहा की तरह मिल मुझ से
- सरफ़राज़ नवाज़