सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Radhe Your | Most Wanted Bhai Release Date: जानिए सलमान खान की फिल्म 'राधे' कब होगी रिलीज, जन्मदिन पर किया खुलासा

 

Radhe Your | Most Wanted Bhai Release Date: सलमान खान की फिल्म 'राधे' कब होगी रिलीज, जन्मदिन पर किया खुलासा
Most Wanted Bhai Release Date
 

Radhe Your | Most Wanted Bhai Release Date: सलमान खान की फिल्म 'राधे' कब होगी रिलीज, जन्मदिन पर किया खुलासा Radhe Your Most Wanted Bhai, Radhe Your Most , Wanted Bhai Release Date, Entertainment Movies Bollywood,

 

 

फिल्म Most Wanted Bhai के अभिनेता सलमान खान ने अपने जन्मदिन पर खुलासा किया है कि उनकी आगामी फिल्म 'राधे: योर मोस्ट वांटेड भाई' अगर परिस्थितियां सामान्य रही तो 2021 में ईद पर रिलीज हो सकती हैl फिल्म अभिनेता सलमान खान शनिवार को अपना 55 वां जन्मदिन मना रहे हैं

 



इस मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी आगामी फिल्म राधे योर मोस्ट वांटेड भाई 2021 में ईद पर रिलीज हो सकती है लेकिन उसके लिए परिस्थितियां सामान्य होनी चाहिए ताकि कोरोनावायरस महामारी के दौरान लोग सिनेमा हॉल में आ सकेl इस फिल्म का निर्देशन प्रभुदेवा कर रहे हैंl राधे 22 मई 2020 को रिलीज होने वाली थी लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे टाल दिया गया हैl

 






सलमान खान से जब फिल्म राधे की रिलीज के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि 2021 में यह फिल्म रिलीज हो जाएl सलमान ने कहा, 'राधे तभी रिलीज होगी जब वह रिलीज होना चाहती हैl परिस्थितियां अभी भी खराब हैl जब लोग सिनेमा हॉल में जाने लगेंगे और उनके पास मनोरंजन पर खर्च करने के लिए पैसे होंगे, तब राधे रिलीज करने का सही समय होगाl हमने ईद पर रिलीज करने का वादा किया था और इस ईद के लिए भी हम जल्दी कुछ करेंगेl अगर सब कुछ सामान्य रहा तो हम इसे इस ईद पर रिलीज कर सकते हैं या फिर यह तब रिलीज होगी जब रिलीज होनी होगीl'






सलमान खान अपने फार्म हाउस पर मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थेl उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म रिलीज से ज्यादा लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा महत्वपूर्ण हैl उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि जब फिल्म रिलीज हो तब सभी लोग सुरक्षित हो और मैं नहीं चाहता कि कुछ ऐसा हो जाए जो अस्वीकार्य होl हमें फिल्म की सफलता सक्सेसफुली प्लान करनी हैl कोरोना कल भी था और कल भी हो सकता हैl' फिल्म राधे में दिशा पाटनी और रणदीप हुड्डा की भी अहम भूमिका हैl 

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे