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Mohabbat Shayari 2 Lines Collection 'मोहब्बत' पर कहे गए शेर

 
Mohabbat Shayari 2 Lines Collection 'मोहब्बत' पर कहे गए शेर

मोहब्बत' पर कहे गए शेर


मोहब्बत की तो कोई हद, कोई सरहद नहीं होती 
हमारे दरमियाँ ये फ़ासले, कैसे निकल आए 
- ख़ालिद मोईन




गिला भी तुझ से बहुत है मगर मोहब्बत भी 
वो बात अपनी जगह है ये बात अपनी जगह 
- बासिर सुल्तान काज़मी


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उस को जुदा हुए भी ज़माना बहुत हुआ 
अब क्या कहें ये क़िस्सा पुराना बहुत हुआ 
- अहमद फ़राज़


कोई समझे तो एक बात कहूँ 
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं 
- फ़िराक़ गोरखपुरी


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ज़िंदगी किस तरह बसर होगी 
दिल नहीं लग रहा मोहब्बत में 
- जौन एलिया


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हमें भी नींद आ जाएगी हम भी सो ही जाएँगे 
अभी कुछ बे-क़रारी है सितारो तुम तो सो जाओ 
- क़तील शिफ़ाई



अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो 
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो 
- मुनव्वर राना



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सारी दुनिया के ग़म हमारे हैं 
और सितम ये कि हम तुम्हारे हैं 
- जौन एलिया





न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से 
मोहब्बत जिस से हो बस वो हसीं है 
- आदिल फ़ारूक़ी

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ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ न महसूस हो जहाँ 
मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया 
- साहिर लुधियानवी





अपनी तबाहियों का मुझे कोई ग़म नहीं 
तुम ने किसी के साथ मोहब्बत निभा तो दी 
- साहिर लुधियानवी

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