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Achhe Aur Bure Wakt Ki Shayari शेर वहीं जो बुरे वक्त पर काम आए

Achhe Aur Bure Wakt Ki Shayari शेर वहीं जो बुरे वक्त पर काम आए
waqt quotes in hindi


शेर वहीं जो बुरे वक्त पर काम आए 
2 line waqt shayari

 वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर 
आदत इस की भी आदमी सी है 
- गुलज़ार



उसी का शहर वही मुद्दई वही मुंसिफ़ 
हमें यक़ीं था हमारा क़ुसूर निकलेगा 
- अमीर क़ज़लबाश


mushkil waqt quotes


या वो थे ख़फ़ा हम से या हम हैं ख़फ़ा उन से 
कल उन का ज़माना था आज अपना ज़माना है 
- जिगर मुरादाबादी




काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर 
फूलों की सियासत से मैं बेगाना नहीं हूँ 
- शकील बदायुनी


बुरे वक्त पर शायरी


कहानी में नए किरदार शामिल हो गए हैं 
नहीं मा'लूम अब किस ढब तमाशा ख़त्म होगा 
-इफ़्तिख़ार आरिफ़



नींद जब ख़्वाबों से प्यारी हो तो ऐसे अहद में 
ख़्वाब देखे कौन और ख़्वाबों को दे ता'बीर कौन 
-परवीन शाकिर


अच्छे वक्त पर कहे गए शेर

वो शख़्स कि मैं जिस से मोहब्बत नहीं करता 
हँसता है मुझे देख के नफ़रत नहीं करता 
-क़तील शिफ़ाई




खुला है झूट का बाज़ार आओ सच बोलें 
न हो बला से ख़रीदार आओ सच बोलें 
-क़तील शिफ़ाई




ये भी तो सोचिए कभी तन्हाई में ज़रा 
दुनिया से हम ने क्या लिया दुनिया को क्या दिया 
- हफ़ीज़ मेरठी


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सारे पत्थर नहीं होते हैं मलामत का निशाँ 
वो भी पत्थर है जो मंज़िल का निशाँ देता है 
- परवेज़ अख़्तर




मत बैठ आशियाँ में परों को समेट कर 
कर हौसला कुशादा फ़ज़ा में उड़ान का 
- महफूजुर्रहमान आदिल





क़तरा न हो तो बहर न आए वजूद में 
पानी की एक बूँद समुंदर से कम नहीं 
- जुनैद हज़ीं लारी





किसी को बे-सबब शोहरत नहीं मिलती है ऐ 'वाहिद' 
उन्हीं के नाम हैं दुनिया में जिन के काम अच्छे हैं 
- वाहिद प्रेमी




इधर फ़लक को है ज़िद बिजलियाँ गिराने की 
उधर हमें भी है धुन आशियाँ बनाने की 
- अज्ञात
कपड़े सफ़ेद धो के जो पहने तो क्या हुआ 
धोना वही जो दिल की सियाही को धोइए 
- शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम

मिरे नाख़ुदा न घबरा ये नज़र है अपनी अपनी 
तिरे सामने है तूफ़ाँ मिरे सामने किनारा 
- फ़ारूक़ बाँसपारी

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