Mohabbat dard बहुत देता हैं हिंदी कविता
दर्द इतना मिला की,
दर्द से मोहब्बत हो गई है।
जलनन सीने में इस कदर भरा की,
तड़प कम हो गई है।
दिल इतना भाग तेरी ओर की,
मिलनेे की अब कसक भी नहीं है।
dard-shayari-in-hindi
कोई मुझे चाहे या ना,
कोइ फ़र्क नहीं पड़ता।
लोगों की नफरतों की,
आदत सी हो गई है।
तुम्हारे सीने में दिल है कि नहीं,
ये तुम्हें पता होगा!
मैं तो बस इतना जानता हूं कि,
मेरे दिल का पता तुम्हें पता तो होगा।
खयालों की खुली आसमानों में,
कुछ धुंधली सी यादें दिखती हैं,
वो कुछ दूर तलक साथ तो चलतीं हैं।
फ़िर बादलों में खो जाती हैं।
खुशियों आई मुंतजिर नहीं है मुझे,
गमों से दोस्ती भी नहीं।
मैं तो आज़ाद हूं हर बंधन से,
हर दौर से।
जब से डोर तुम्हारा टूटा
जब से हाथ तुम्हारा छूटा।
दोस्तों ने ऐसी दोस्ती निभाई की,
दोस्ती से अब नफ़रत हो गई है।
मिलना न था किस्मत में मेरे,
अब तो बिछड़ना मेरी नियति बन गई है।
दर्द इतना मिला की दर्द से मोहब्बत हो गई है।
दर्द से मोहब्बत हो गई है।
दर्द से मोहब्बत हो गई है।