Baal Divas 2021 बाल दिवस : बच्चों के लिए शायरों के अल्फ़ाज़
बाल दिवस पर शेर |
दिल है या मेले में खोया हुआ बच्चा कोई
जिस को बहला नहीं सकता है खिलौना कोई
- इशरत आफ़रीं
हाथ जो खोला तो बच्चा रो पड़ा
बंद मुट्ठी में कोई सिक्का न था
- मुशताक़ सदफ़
बच्चा मजबूरियों को क्या जाने
इक खिलौना ख़रीदना था मुझे
- नुसरत ग्वालियारी
टू लाइन बाल दिवस पर शायरी
मिरे दिल के किसी कोने में इक मासूम सा बच्चा
बड़ों की देख कर दुनिया बड़ा होने से डरता है
- राजेश रेड्डी
कोई स्कूल की घंटी बजा दे
ये बच्चा मुस्कुराना चाहता है
- शकील जमाली
कई दिन से शरारत ही नहीं की
मिरे अंदर का बच्चा लापता है
- अमित शर्मा मीत
हिंदी बाल दिवस शायरी 2021
नींद में जैसे बच्चा हँस दे
काश कि ऐसा दुनिया हँस दे
- कृष्ण कुमार शर्मा
मेरे आँगन में खेलता बच्चा
एक ताज़ा गुलाब जैसा है
- मोहम्मद सलाहुद्दीन तस्कीन
सारी दुनिया मिरी मुख़ालिफ़ है
एक बच्चा है हम-नवा मेरा
- नसीर अहमद नासिर
ज़िद्दी बच्चा सो गया
अपनी ख़्वाहिश मार कर
- शीराज़ अली
हिंदी शायरी ऑन बाल दिवस