सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Cyborg GT 120 Electric Sports Bike, Range 180 Kms launched in India Cyborg GT 120 इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स बाइक जिसकी रेंज 180 किलोमीटर है

Cyborg GT120 के 2.5 सेकंड में 0 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्‍पीड पकड़ने का दावा किया गया है। इग्निट्रॉन मोटोकॉर्प (Ignitron Motocorp) ने उसकी लेटेस्‍ट इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल Cyborg GT120 को शुक्रवार को इंडिया में लॉन्च किया। यह 4.68kWhr लिथियम-आयन बैटरी से पावर्ड है और 6kW की पीक पावर देती है। इस स्वदेशी इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स बाइक को लेकर दावा है कि यह सिंगल चार्ज में 180 किलोमीटर की रेंज दे सकती है। Cyborg GT120 के 2.5 सेकंड में 0 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्‍पीड पकड़ने का दावा किया गया है। कंपनी इससे पहले Cyborg Yoga और Cyborg Bob E को लॉन्‍च कर चुकी है। इनके मुकाबले Cyborg GT 120 में फ‍िक्‍स्‍ड बैटरी है। यह मोटरसाइकिल तीन राइडिंग मोड्स के साथ आएगी।



Cyborg GT 120 Electric Sports Bike, Range 180 Kms launched in India Cyborg GT 120 इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स बाइक जिसकी रेंज 180 किलोमीटर है
Cyborg GT 120 के प्राइस, उपलब्‍धता और कलर ऑप्‍शन 




 
Cyborg GT 120 के प्राइस, उपलब्‍धता और कलर ऑप्‍शन 
Cyborg GT 120 के प्राइस और बुकिंग की जानकारी अगले महीने घोषित किए जाने की उम्मीद है। यह दो कलर ऑप्शन- ब्लैक और पर्पल में उपलब्ध होगी। मोटर, बैटरी और व्‍हीकल पर 5 साल की वॉरंटी दी जा रही है।

 
Cyborg GT 120 के स्‍पेसिफ‍िकेशंस और फीचर्स
Cyborg GT 120 एक 4.68kWhr लिथियम-आयन बैटरी से लैस है, जिसे ब्रशलेस डीसी मोटर के साथ जोड़ा गया है। यह 125kWh की टॉप स्‍पीड तक पहुंचने में सक्षम है। इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स बाइक होने के कारण यह 2.5 सेकंड में 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। एक बार चार्ज करने पर Cyborg GT 120 की रेंज 180 किलोमीटर तक है। 15A फास्ट होम चार्जर का इस्‍तेमाल करके इसकी बैटरी को 5 घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है। इसकी बैटरी वेदरप्रूफ और टच सेफ है।

Cyborg GT 120 में फ्रंट में डिस्क ब्रेक के साथ कॉम्बी ब्रेक सिस्टम (CBS) और रीजनरेटिव ब्रेकिंग है। इस स्पोर्ट्स बाइक में जियो-फेंसिंग, जियो-लोकेशन, USB चार्जिंग, ब्लूटूथ और एक डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर भी है। क्लस्टर में एक LED डिस्प्ले है, जो राइडर को बची हुई बैटरी लाइफ भी दिखाती है। डिस्‍प्‍ले को IP65 रेटिंग मिली है यानी इस पर पानी और धूल का असर नहीं होगा। 

यह इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स बाइक तीन राइडिंग मोड्स- इको, नॉर्मल और स्पोर्ट्स के साथ आती है। बाइक के फ्रंट में टेलिस्कोपिक फ्रंट फोर्क्स और रियर में फुली एडजस्टेबल मोनो-शॉक है। यह रिवर्स मोड से लैस है और इसमें पार्किंग असिस्ट भी है, जो राइडर को अलर्ट करने के लिए कई तरह की आवाजें निकालता है। 






इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे