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Best Hindi Shayari Of Muneer Niyazi Selected Shayari Collection - मुनीर नियाज़ी Ki ख़्वाब पर : चुनिंदा शेर - HindiShayariH



khwaab hote hain dekhne ke liye 
Un mein ja kar magar raha na karo


Best Hindi Shayari Of Muneer Niyazi Selected Shayari Collection - मुनीर नियाज़ी Ki ख़्वाब पर  : चुनिंदा शेर
मुनीर नियाज़ी शेर



 

ख़्वाब होते हैं देखने के लिए
उन में जा कर मगर रहा न करो 


muneer niyazi ki shayari

Aa gayi yaad sham dhalte hi 
Bujh gaya dil charagh jalte hi

आ गई याद शाम ढलते ही
बुझ गया दिल चराग़ जलते ही 


Khyal jis ka tha mujhe khayal mein mila mujhe 
Sawal ka jawab bhi savaal mein mila mujhe

ख़याल जिस का था मुझे ख़याल में मिला मुझे
सवाल का जवाब भी सवाल में मिला मुझे 

Neend ka halka gulabi sa khumar ankhon mein tha 
Yun laga jaise woh shab ko der tak soya nahi


नींद का हल्का गुलाबी सा ख़ुमार आँखों में था
यूँ लगा जैसे वो शब को देर तक सोया नहीं 


Aadat hi bana li hai tum ne to 'munir' apni 
Jis sheher mein bhi rehna uktae hue rehna



आदत ही बना ली है तुम ने तो 'मुनीर' अपनी
जिस शहर में भी रहना उकताए हुए रहना 

Hasti hi apni kya hai zamane ke samne 
Ek khwab hain jahan main bikhar jayen hum to kya



हस्ती ही अपनी क्या है ज़माने के सामने
इक ख़्वाब हैं जहाँ में बिखर जाएँ हम तो क्या


Kuchh vakt chahte the ki sochen tire liye 
Tu ne woh vakt hum ko zamane nahi diya

कुछ वक़्त चाहते थे कि सोचें तिरे लिए
तू ने वो वक़्त हम को ज़माने नहीं दिया 




Khwahishein hain ghar se bahar door jaane kee bahut 
Shauq lekin dil mein vapas laut kar aane ka tha

ख़्वाहिशें हैं घर से बाहर दूर जाने की बहुत
शौक़ लेकिन दिल में वापस लौट कर आने का था 





Woh jis ko main samajhta raha kamyab din 
Woh din tha meri umra ka sab se kharaab din

वो जिस को मैं समझता रहा कामयाब दिन
वो दिन था मेरी उम्र का सब से ख़राब दिन 


Jaante the donon hum us ko nibha sakte nahi
Us ne vaada kar liya main ne bhi vaada kar liya

जानते थे दोनों हम उस को निभा सकते नहीं
उस ने वादा कर लिया मैं ने भी वादा कर लिया





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