Okinawa Okhi 90 Electric Scooter: Okinawa's New Scooter Will Run 200km in a Single Charge - HindiShayariH
ओकिनावा ओखी 90 इलेक्ट्रिक स्कूटर ओला एस1 और बजाज चेतक जैसे स्कूटर बाजार का सफाया करने आ रहे हैं ओकिनावा का नया स्कूटर सिंगल चार्ज में चलेगा 200 किमी
ओकिनावा ओखी 90 इलेक्ट्रिक स्कूटर |
Okinawa Okhi 90 Electric Scooter : देश के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक सेगमेंट में जल्द ओकिनावा अपना नया इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने जा रही है, जिसका कंपनी ने आज पहला टीजर वीडियो जारी कर दिया है। Okinawa Autotech ने Oki 100 इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल को 2018 Auto Expo में एक प्रोटोटाइप के रूप में पेश किया था। जिसकी लांचिंग मार्च के अंत में तय की गई है।
Okinawa Okhi90 कंपनी ने सोशल मीडिया पर जारी किया टीजर
हालांकि स्कूटर ही नहीं तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक टू व्हीलर ब्रांड ने घोषणा की कि वह जल्द ही अपनी पहली मोटरसाइकिल को भी लॉन्च करेगी। भारत के ईवी सेगमेंट में अग्रणी दोपहिया निर्माताओं में से एक, ओकिनावा ऑटोटेक ने आज ट्वीट किया है, कि वह "अपने जीवन को विद्युतीकृत करें, रोमांच देखने के लिए तैयार रहें। #PowertheChange के लिए तैयार रहें अधिक जानने के लिए बने रहें!" यानी इस सोशल मीडिया से साफ है, कि कंपनी अपने स्कूटर को लेकर भारतीय बाजार के लिए तैयार है।
सेगमेंट में सबसे ज्यादा हो सकती है ड्राइविंग रेंज
आपको याद होगा हमनें कुछ समय पहले इस स्कूटर की ड्राइविंग रेंज और कीमत पर अपडेट दिया था।, कंपनी के को-फाउंडर जितेंद्र शर्मा ने एक मीडिया बातचीत में बताया कि ओखी 90 इलेक्ट्रिक स्कूटर को अगले महीने मार्च में लॉन्च करने की योजना है,
जबकि ओखी 100 इलेक्ट्रिक बाइक अगले वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही (जून-जुलाई 2022) में लॉन्च होगी। वहीं रेंज पर बात करें तो जितेंद्र शर्मा ने इस आगामी स्कूटर को लेकर कहा कि ओखी 90 इलेक्ट्रिक स्कूटर की स्पीड लगभग 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक होगी। वहीं इसकी रेंज 170 किमी से 200 किमी प्रति चार्ज होगी।
एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.