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Hindi Short Poetry Apmaan Nhi Samman Hai Wo Read

 अपमान नहीं सम्मान हैं वो 
अपमान नहीं सम्मान हैं वो
 तिरस्कार के कटु - वचन नहीं , 
उन्नति का मूल मंत्र हैं वो 

अपमान नहीं सम्मान हैं 
वो निंदा भरी परिभाषा नहीं
 प्रशंसा भरा श्लोक हैं वो !
 अपमान नहीं सम्मान हैं 


वो क्रोध में देखती
 घृणित आंखें नहीं
 प्रगति की ओर ठेलते
 चमकीले नयन है वो 



अपमान नहीं सम्मान हैं वो 
तिरस्कार रूपी विष का प्याला नहीं , 
सुख - समृद्धि भरा 
स्वास्थ्यवर्धक टॉनिक हैं वो



 अपमान नहीं सम्मान हैं वो
 लज्जित शब्दों के बाण 


से निकले तीर का घाव नहीं ,
 घाव को भर जीवनदान 
देने वाली संजीवनी बूटी हैं वो !




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