सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Oppo Smartphone Opoo A32 Launched With Triple Rear Cameras And 5000mah Battery

 

Oppo A32 ने लॉन्च किया एक पॉकेट फ्रेंडली स्मार्टफोन, जानें खासियत
Oppo A32 ने लॉन्च किया एक पॉकेट फ्रेंडली स्मार्टफोन, जानें खासियत 

Opoo a32, oppo, oppo mobile, oppo smartphone, oppo mobile under 10000, oppo new smartphone 2020, Technology News in Hindi,

 

ओप्पो ने चीनी बाजार में अपना एक नया स्मार्टफोन Oppo A32 पेश किया है जो कि एक बजट स्मार्टफोन है। ओप्पो ए32 स्मार्टफोन इसी साल जुलाई में भारत में लॉन्च हुए Oppo A53 2020 का ही रिब्रांडेड वर्जन है। Oppo A32 में क्वॉलकॉम का स्नैपड्रैगन 460 प्रोसेसर है और ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है। फोन में 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है।


Oppo A32 की कीमत

चीनी बाजार में Oppo A32 की कीमत CNY 1,199 यानी करीब 12,880 रुपये है। यह कीमत 4 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वेरियंट की है। वहीं 8 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वेरियंट की कीमत CNY 1,499 यानी करीब 16,100 रुपये है। यह फोन मिंट ग्रीन, फैंटसी ब्लू और ग्लास ब्लैक कलर वेरियंट में मिलेगा। Oppo A32 की बिक्री 15 सितंबर से शुरू होगी।



Oppo A32 की स्पेसिफिकेशन

Oppo A32 में एंड्रॉयड 10 आधारित कलरओएस 7.2 दिया गया है। इसके अलावा इसमें 6.5 इंच की एचडी प्लस डिस्प्ले है जिसका रिफ्रेश रेट 90Hz है। फोन में क्वॉलकॉम का ऑक्टाकोर स्नैपड्रैगन 460 प्रोसेसर और 8 जीबी तक रैम के साथ 128 जीबी तक की स्टोरेज दी गई है।


ये भी पढ़ें:  Realme 7  


Oppo A32 का कैमरा

जहां तक कैमरे का सवाल है तो ओप्पो के इस फोन में ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप है जिसमें मेन लेंस 13 मेगापिक्सल का है, दूसरा लेंस 2 मेगापिक्सल का डेफ्थ सेंसर और तीसरा लेंस भी 2 मेगापिक्सल का है जो कि एक मैक्रो लेंस है। सेल्फी के लिए इस फोन में पंचहोल स्टाइल में 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है।


Oppo A32 की बैटरी और कनेक्टिविटी

फोन में 4G VoLTE, वाई-फाई, ब्लूटूथ, जीपीएस/ए-जीपीएस, यूएसबी टाइप सी पोर्ट और 3.5एम का हेडफोन जैक है। फोन में 5000mAh की बैटरी है जो 18वॉट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। फोन के रियर पैनल पर एक फिंगरप्रिंट सेंसर भी है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

एक दिन अचानक हिंदी कहानी, Hindi Kahani Ek Din Achanak

एक दिन अचानक दीदी के पत्र ने सारे राज खोल दिए थे. अब समझ में आया क्यों दीदी ने लिखा था कि जिंदगी में कभी किसी को अपनी कठपुतली मत बनाना और न ही कभी खुद किसी की कठपुतली बनना. Hindi Kahani Ek Din Achanak लता दीदी की आत्महत्या की खबर ने मुझे अंदर तक हिला दिया था क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. फिर मुझे एक दिन दीदी का वह पत्र मिला जिस ने सारे राज खोल दिए और मुझे परेशानी व असमंजस में डाल दिया कि क्या दीदी की आत्महत्या को मैं यों ही व्यर्थ जाने दूं? मैं बालकनी में पड़ी कुरसी पर चुपचाप बैठा था. जाने क्यों मन उदास था, जबकि लता दीदी को गुजरे अब 1 माह से अधिक हो गया है. दीदी की याद आती है तो जैसे यादों की बरात मन के लंबे रास्ते पर निकल पड़ती है. जिस दिन यह खबर मिली कि ‘लता ने आत्महत्या कर ली,’ सहसा विश्वास ही नहीं हुआ कि यह बात सच भी हो सकती है. क्योंकि दीदी कायर कदापि नहीं थीं. शादी के बाद, उन के पहले 3-4 साल अच्छे बीते. शरद जीजाजी और दीदी दोनों भोपाल में कार्यरत थे. जीजाजी बैंक में सहायक प्रबंधक हैं. दीदी शादी के पहले से ही सूचना एवं प्रसार कार्यालय में स्टैनोग्राफर थीं.

Hindi Family Story Big Brother Part 1 to 3

  Hindi kahani big brother बड़े भैया-भाग 1: स्मिता अपने भाई से कौन सी बात कहने से डर रही थी जब एक दिन अचानक स्मिता ससुराल को छोड़ कर बड़े भैया के घर आ गई, तब भैया की अनुभवी आंखें सबकुछ समझ गईं. अश्विनी कुमार भटनागर बड़े भैया ने घूर कर देखा तो स्मिता सिकुड़ गई. कितनी कठिनाई से इतने दिनों तक रटा हुआ संवाद बोल पाई थी. अब बोल कर भी लग रहा था कि कुछ नहीं बोली थी. बड़े भैया से आंख मिला कर कोई बोले, ऐसा साहस घर में किसी का न था. ‘‘क्या बोला तू ने? जरा फिर से कहना,’’ बड़े भैया ने गंभीरता से कहा. ‘‘कह तो दिया एक बार,’’ स्मिता का स्वर लड़खड़ा गया. ‘‘कोई बात नहीं,’’ बड़े भैया ने संतुलित स्वर में कहा, ‘‘एक बार फिर से कह. अकसर दूसरी बार कहने से अर्थ बदल जाता है.’’ स्मिता ने नीचे देखते हुए कहा, ‘‘मुझे अनिमेष से शादी करनी है.’’ ‘‘यह अनिमेष वही है न, जो कुछ दिनों पहले यहां आया था?’’ बड़े भैया ने पूछा. ‘‘जी.’’ ‘‘और वह बंगाली है?’’ बड़े भैया ने एकएक शब्द पर जोर देते हुए पूछा. ‘‘जी,’’ स्मिता ने धीमे स्वर में उत्तर दिया. ‘‘और हम लोग, जिस में तू भी शामिल है, शुद्ध शाकाहारी हैं. वह बंगाली तो अवश्य ही

Maa Ki Shaadi मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था?

मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? मां की शादी- भाग 1: समीर अपनी बेटी को क्या बनाना चाहता था? समीर की मृत्यु के बाद मीरा के जीवन का एकमात्र मकसद था समीरा को सुखद भविष्य देना. लेकिन मीरा नहीं जानती थी कि समीरा भी अपनी मां की खुशियों को नए पंख देना चाहती थी. संध्या समीर और मैं ने, परिवारों के विरोध के बावजूद प्रेमविवाह किया था. एकदूसरे को पा कर हम बेहद खुश थे. समीर बैंक मैनेजर थे. बेहद हंसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के थे. मेरे हर काम में दिलचस्पी तो लेते ही थे, हर संभव मदद भी करते थे, यहां तक कि मेरे कालेज संबंधी कामों में भी पूरी मदद करते थे. कई बार तो उन के उपयोगी टिप्स से मेरे लेक्चर में नई जान आ जाती थी. शादी के 4 वर्षों बाद मैं ने प्यारी सी बिटिया को जन्म दिया. उस के नामकरण के लिए मैं ने समीरा नाम सुझाया. समीर और मीरा की समीरा. समीर प्रफुल्लित होते हुए बोले, ‘‘यार, तुम ने तो बहुत बढि़या नामकरण कर दिया. जैसे यह हम दोनों का रूप है उसी तरह इस के नाम में हम दोनों का नाम भी समाहित है.’’ समीरा को प्यार से हम सोमू पुकारते, उस के जन्म के बाद मैं ने दोनों परिवारों मे